नाहन, 19 जनवरी : देश व हमारे प्रदेश में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है अगर कमी थी तो वो थी उन खिलाड़ियों को न मिल पाने वाले समर्थन, प्रोत्साहन व साधनों की। हिमाचल मंत्रिमंडल द्वारा खेलों व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए स्वर्ण जयंती नई खेल नीति -2021 को लागू करने के निर्णय का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, हिमाचल प्रदेश स्वागत करता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् हिमाचल प्रदेश प्रांत राज्य कार्यसमिति सदस्य मनीष बिरसाटां ने कहा की “इस नई खेल नीति में जो सरकारी नौकरियों में खिलाड़ियों के लिए आरक्षण बढ़ाकर तीन फीसदी किया जाएगा, ओलंपिक्स, शीत ओलंपिक्स जैसी प्रतियोगिताओं में गोल्ड लाने वाले खिलाड़ियों को तीन करोड़, सिल्वर लाने वाले को दो करोड़ तथा कांस्य लाने वाले को एक करोड़ की राशि प्रदान की जाएगी। इसमें केवल भाग लेने वाले खिलाड़ी के लिए भी नकद राशि भेंट स्वरूप दी जाएगी। इसी तरह से अन्य खेलों में भी अच्छी नकद राशि खिलाड़ियों को प्रदान की जाएगी जो कि प्रोत्साहन के रूप में खिलाड़ियों के लिए बहुत ही सराहनीय कदम है।
खिलाड़ी के घायल होने पर एक लाख का बीमा कवर दिया जाएगा। प्रदेश के खिलाड़ियों के हितों में विद्यार्थी परिषद इस निर्णय का स्वागत करती है। इस नीति के उद्देश्य खेलों के दूरगामी विकास के दृष्टिगत प्रशिक्षण में वैज्ञानिक अनुसंधान को शामिल किया जाएगा। साथ ही साथ इस नीति से ग्रामीण क्षेत्रों के और विशेषकर पहाड़ी क्षेत्रों के खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा।