नाहन, 14 जनवरी : हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ ने वीरवार को प्रैस कॉन्फ्रेंस कर रिवाईजड वेतन के बारे में बताया गया। रिडूजड एवं कन्फ्यूज्ड वेतन नियम जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेन्द्र नेगी, राज्य सलाहकार संजय शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, जिला मुख्यालय महासचिव हिमान्शु भारद्वाज, समिति उपाध्यक्ष एलआर कांटा, आईटी सेल प्रमुख दीपक भारद्वाज, जिला कार्यकारिणी सद्स्य राज कुमार शर्मा एवं फ़तह पुंडीर ने संयुक्त बयान में कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार सदैव पंजाब पैटर्न के वेतनमान देती आई है, परंतु इस बार दुर्भाग्य से वेतन को घटाया गया है।
जो लगभग सभी कर्मचारियों को प्रभावित कर रहे है। साथ ही पंजाब ने कर्मचारियों को 15% वेतन वृद्धि का तीसरा विकल्प दिया है, जबकि हिमाचल प्रदेश में ऐसा विकल्प नहीं दिया गया। जिला प्रवक्ता संघ ने सरकार से तीसरा विकल्प देने व प्रवक्ताओं को पंजाब के तर्ज पर 47000 का आधारभूत वेतन दिया जाए।
प्रवक्ता संघ ने सभी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाली की मांग की। संघ ने प्राप्त सुचना के आधार पर एकत्र डाटा के अनुकूल पुरानी बहाली पर सरकार वितीय बचत करेगी। एकत्र सूचना के अनुकूल हिमाचल प्रदेश के 1 लाख 6 हजार कर्मचारी नई पेंशन कर्मचारी पेंशन योजना के अनुकूल आज तक 5800 करोड़ रूपय एनएसडीएल को जमा करवा चुका है।
पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार लगभग 800 करोड़ की बचत करेगी, आज सालाना सरकार 1100 करोड़ एंएसडीएल में जमा करवाती है, जबकि सरकार विधान सभा सत्र में पुरानी पेंशन के बोझ का वार्षिक आंकलन लगभग 500 करोड़ बताया जा रहा है, लेकीन इस हालात में भी सरकार पुरानी पेंशन पर बचत ही करेगी।
इसके अतिरिक्त प्रवक्ता संघ ने एसएमसी पर रखे शिक्षकों की सेवाओं को नियमित करने के लिए नीति निर्धारण की पुरजोर मांग की। प्रवक्ता संघ ने सभी प्रवक्ताओं से अपनी ऑप्शन को 3 फरवरी तक टालने का निवेदन किया है, क्योंकि प्रवक्ता संघ आश्वस्त है कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा नई समिति के गठन के बाद निश्चित रूप से पंजाब के वेतन को हिमचाल में भी लागू किया जाएगा।