रिकांगपिओ, 18 जुलाई : पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह का अस्थि कलश किन्नौर के प्रवेश द्वार चौरा पर पहुंचा, जिसे विधायक जगत सिंह नेगी व कांग्रेस के कार्यकर्ता लेकर पहुंचे। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अस्थि कलश यात्रा पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ जिला के प्रवेश द्वार चौरा से शुरू हुई तथा स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के अस्थि कलश के अंतिम दर्शन व अंतिम विदाई देने के लिए जनता द्वारा जगह- जगह पर नम आंखों के साथ उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अस्थि कलश यात्रा के दौरान जिला के चौरा, निगुलसरी, भाबा नगर, टापरी व करछम में लोगों के लिए अंतिम बार दर्शन के लिए कुछ समय के लिए रखा गया।
किन्नौर में जगह-जगह लोगों द्वारा अस्थि कलश के दर्शन के बाद कलश करछम पहुंचा जहां विधायक जगत सिंह नेगी की उपस्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए विशेष शोक सभा का आयोजन किया गया। इस शोक सभा में कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं सहित जिला के विभिन्न स्थानों से आए भारी संख्या में लोगों ने भाग लेकर स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके उपरांत बौद्ध धर्म गुरुओं द्वारा परम्परा के अनुसार सतलुज नदी व बास्पा नदी के संगम स्थल करछम में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अस्थियों का विसर्जन करवाया गया।
इसके अतिरिक्त दोपहर बाद गंगोत्री व बास्पा के उद्गम स्थल रानी कंडा में भी परम्परा व मंत्रोच्चारण के साथ स्व. वीरभद्र सिंह की अस्थियों का विसर्जन किया गया। इस अवसर पर विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि कड़छम व रानी कंडा में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की अस्थियों का विसर्जन किया गया।
उंन्होने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह का जहां एक और प्रदेश के विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है, वहीं दूसरी ओर जनजातीय क्षेत्र किन्नौर सहित पांगी , भरमौर व लाहौल स्पीति में भी विकास में बहुत बड़ा योगदान रहा है तथा उनकी कार्यकुशलता व आशीर्वाद के कारण जनजातीय क्षेत्र प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के बराबर पहुंचा है, तो इसका श्रय राजा साहब को ही जाता है।
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उमेश नेगी, प्रवक्ता डॉ. सूर्य बोरस, कोषाध्यक्ष विक्रम सिंह, पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप नेगी, महिला कांग्रेस अध्यक्षा सरोज नेगी सहित तीनों मंडलो के अध्यक्ष व अन्य उपस्थित थे।