धर्मशाला, 20 जून : वैश्विक महामारी कोविड के संकटकाल में सामाजिक सुरक्षा पेंशन गरीब, निर्धन तथा वृद्वजनों के लिए किसी मददगार से कम साबित नहीं हुई है। कांगड़ा जिला में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के एक लाख 31 हजार 750 सभी पात्र लोगों को करीब 48 करोड़ 17 लाख रुपए की सामाजिक सुरक्षा पेंशन की पहली किश्त अप्रैल से जून माह तक सीधे खाते में स्थानांतरित भी कर दी गई है ताकि कोरोना काल के दौरान किसी भी निर्धन, गरीब और वृद्वजन के लिए दिक्कत न आए।
यही नहीं जिला में अप्रैल माह में कोरोना कर्फ्यू के दौरान 10 हजार 494 नए पात्र लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन भी स्वीकृत की गई है, जिसमें 8511 को वृद्धावस्था पेंशन, 1448 को विधवा पेंशन तथा 538 को दिव्यांग पेंशन स्वीकृत की गई है, तथा इन लोगों को भी पेंशन तत्काल प्रभाव से खाते में स्थानांतरित की गई है।
समाज के गरीब तथा निर्धन लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन जीवन यापन में मददगार साबित हो रही है तथा सभी पात्र लोगों को पेंशन उनके खाते में ट्रांसफर करने की पहल भी की गई है ताकि सभी समय पर सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिल सके। राज्य सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है। प्रदेश में 70 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के वृद्धजनों को 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है जबकि अन्य सभी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत 850 रुपये की राशि प्रतिमाह दी जा रही है। विधवाओं तथा दिव्यांगजनों की पेंशन को एक हजार रुपये प्रतिमाह किया गया है।
जिला कल्याण अधिकारी असीम ने बताया कि जिला में राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 23833 पात्र लोगों को पेंशन प्रदान की जा रही है इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के तहत 65693 लोगों को पेंशन प्रदान की जा रही है, जबकि राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत कांगड़ा जिला में 4333 पात्र महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है और राज्य विधवा पेंशन योजना के तहत जिला में 22182 महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। राष्ट्रीय दिव्यांग योजना के तहत 236 को तथा राज्य दिव्यांग पेंशन योजना के तहत 15357 को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारकों 80 वर्षीय रेलू राम, विधवा सुशीला, दिव्यांग राजेश का कहना है कि सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सामाजिक सुरक्षा पेंशन उन के लिए वरदान बन रही है तथा इस बार कोरोना काल में अप्रैल माह में तीन माह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन उनके खाते में स्थानांतरित की गई है, जिससे कोरोना काल के दौरान उनके जीवन यापन में किसी तरह की दिक्कत नहीं आई है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान भी उनके सामाजिक सुरक्षा पेंशन नियमित तौर पर दी गई है।
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है तथा इसी दृष्टि से इस जिला में प्रदेश के सबसे ज्यादा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले भी स्वीकृत किए गए हैं, और सभी लोगों को सीधे खातों में पेंशन स्थानांतरित की जा रही है, ताकि किसी भी स्तर पर इन लोगों तक पेंशन पहुंचने में देरी नहीं हो तथा इन लोगों की मदद के लिए भी सरकार और प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता की जा रही है।