एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
जिला हमीरपुर में स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। स्वाइन फ्लू के बचाव के लिए खंड स्तर पर क्विक रिसपांस टीमें गठित की गई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दवाईयों का आवश्यक स्टॉक भी उपलब्ध करवाया गया है। यह जानकारी उपायुुक्त डॉ. ऋचा वर्मा ने मंगलवार को स्वाइन फ्लू के बचाव के प्रबंधों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह जिला में सभी स्कूलों में प्रार्थना सभाओं के दौरान सभी बच्चों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों एवं उसके बचाव बारे जानकारी प्रदान कर सुनिश्चित बनाएं।
इसके साथ ही आंगनवाड़ी भी अपने-2 क्षेत्रों में स्वाइन फ्लू के बार में लोगों को जागरूक करें। लोगों को स्वाइन फ्लू के लक्षणों तथा बचाव के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की सहभागिता को भी सुनिश्चित बनाया जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जा रही है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि स्वाइन फ्लू को लेकर किसी भी तरह की कोताही न बरतें।
इस अवसर पर डॉ. राधा कृष्णन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. अनिल वर्मा ने बताया कि स्वाइन फ्लू को लेकर मेडिकल कॉलेज में रोगियों के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है। ऐसे रोगियों की उचित देखभाल भी की जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सावित्री कटवाल ने कहा कि जिला में स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि बुखार के साथ बहती नाक, खांसी, गले की खराश, सांस लेने में कठिनाई , जोड़ों व सिर में दर्द, दस्त व उल्टी लगना, थूक के साथ खून आना इसके प्रमुख लक्षण हैं।
उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से लंबी बीमारी से ग्रस्त लोग, गर्भवती महिलाएं, 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति तथा पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी व्यकित में ये लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंअपने निकटतम अस्पताल में संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह से घर पर ही रहें, कहीं स्कूल, कार्यालय या बाहर न जाएं। इस दौरान खांसते-छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढकें। कान, नाक तथा मुंह के छूने से पहले अथवा बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह से साबुन के साथ धोएं। अच्छी नीदं लें, शारीरिक रूप से सक्रिय रहें, पानी का अधिक सेवन करें तथा पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार लें। चिंता व तनाव से दूर रहें।
चिक्तित्सक की सलाह के बिना कोई भी दवाई अपनी मर्जी से न लें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों तथा पैरा मेडिकल स्टाफ को भीस्वाइन फ्लू बचाव के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त रत्न गौतम, जिला कार्यक्रम अधिकारी तिलक राज आचार्य के अतिरिक्त शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।