अमरप्रीत सिंह/सोलन
युवाओं में नेतृत्व क्षमता बढ़ाने एंव नव भारत में युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित बनाने के उद्देश्य से भारत सरकार के युवा मामले एंव खेल मंत्रालय द्वारा देशभर के करीब 623 जिलों में युवा सांसद का आयोजन किया गया। सोलन और सिरमौर जिला के युवाओं का युवा संसद कार्यक्रम सोलन डिग्री काॅलेज मे आयोजित किया गया। जिसमें सोलन, सिरमौर के मात्र 40 युवाओं ने भाग लिया। युवा पीढ़ी में नेतृत्व क्षमता बढ़ाने व नवभारत के निर्माण मे युवाओं की राय जानने के लिए इस युवा संसद का आयोजन किया गया।
युवा संसद मे भ्रष्टाचार, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार व विभिन्न जंवलत मुददों पर संसद बैठी युवाओं ने कमोवेश संसद की तरह ही इस संसद मे भाग लिया। विभिन्न मुददों पर चर्चा की। इस संसद मे अव्वल रहने वाले युवाओं को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिलेगा। युवा संसद के नोडल अधिकारी राजन तनवर ने बताया कि युवाओ मे नेतृत्व क्षमता बढ़ाने व युवाओ की राय देश के विभिन्न मुददों पर क्या है, उसे जानने के लिए इस युवा संसद का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस युवा संसद से पांच सोलन जिला व पांच सिरमौर जिला के युवाओं का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है।
वहीँ इस युवा संसद को लाभकारी बताते हुए कुछ युवाओं ने कहा कि इस संसद के माध्यम से उन्हे अनेकों बहुमुल्य जानकारी प्रदान हुई है। उन्हे विभिन्न जवंलत मुददों पर अपने विचार रखने काम मौका मिला है। उन्होंने कहा कि उन्होंने समाज के विभिन्न ज्वलंत मुददों पर चर्चा की है। जो कि उनके व देश के लिए लाभकारी साबित होगी। निश्चित रूप से युवा संसद का उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं की राय को जानना था, लेकिन सोलन में आयोजित युवा संसद सफेद हाथी ही साबित हुई।
इस युवा संसद में सोलन के 50 व सिरमौर के 50 युवाओं ने भाग लेना था। लेकिन यहां पर दोनों जिलों के युवाओ की संख्या कुल 40 रही, जो कि संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खोलने के लिए काफी है।संबंधित नोडल अधिकारी ने किस तरह से इस युवा संसद को गंभीरता से लिया है। यह बात स्पष्ट करती है। सरकार को देखना होगा कि जिस कार्य को वह अधिकारियों व विभाग को सौंपते है। उसे कितना गंभीरता से लेते है, वर्ना केंद्र से आई योजनाएं हवा में अटखेलियां खाती मिलेगी।