एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
बड़सर विश्राम गृह में आयोजित पत्रकारवार्ता में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव रुब्बल ठाकुर ने कॉलेज प्रधानाचार्य की कार्यप्रणाली पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह राजनीतिक दबाव में आकर कार्य कर रही हैं। जिसके चलते महाविद्यालय में 18 दिसंबर को होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति न देकर एनएसयूआई के अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करती है। परंतु अगर कोई नियम माननीय उच्च न्यायालय के माध्यम से जारी होता है तो क्या वह केवल महाविद्यालय बड़सर के लिए ही लागू होगा।
रुब्बल ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से कॉलेज के छात्रों में आपसी भाईचारा पैदा होता है न कि किसी प्रकार कि राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया जाता है। पिछले कल ही जिला बिलासपुर के घुमारवीं महाविद्यालय में एबीवीपी के बैनर तले हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
की अनुमति किन नियमों के तहत दी गई। इसका समस्त प्रदेश इकाई कड़ा विरोध करती है और आगे भी करती रहेगी।
रुब्बल ने रौद्र रूप में कहा कि 19 दिसम्बर को इकाई बीबीएन कॉलेज चकमोह में एबीवीपी के बैनर तले होने वाले रक्तदान शिविर व सांस्कृतिक कार्यक्रम का कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने कहा जिला प्रशासन कि दोहरी राजनीति को सहन नहीं करेगी। इस कार्यक्रम में उप कुलपति चकमोह कॉलेज में बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर रहे हैं। प्रदेश एनएसयूआई काले झंडे दिखाकर कड़ा विरोध करेगी।
इस अवसर पर एनएसयूआई महासचिव प्रतीक शर्मा, जिला सचिव हितेश चौहान, जिला युवा सोशल मीडिया प्रभारी मनु डोगरा, पंकज मिन्हास, युवा कांग्रेस सचिव व कैम्पस अध्यक्ष विकास शर्मा, निखिल शर्मा, आशीष कुमार, शानू अग्निहोत्री, प्रतीक्षा, अंकिता ठाकुर, नेहा कालिया इत्यादि उपस्थित रहे।