वी कुमार/मंडी
मंडी संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा ने उनके घर पर धरना प्रदर्शन और उपवास करने आए कर्मचारियों को विश्वास दिलाया है कि वह कंधे से कंधा मिलाकर उनके हकों की लड़ाई लड़ेंगे। सांसद दिल्ली से सीधे अपने घर पहुंचे। यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से मुलाकात की। राम स्वरूप शर्मा को कर्मचारियों ने अपना मांगपत्र भी सौंपा। जिसे सांसद ने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने आर्थिक स्थिति का हवाला देकर कर्मचारियों की पेंशन बंद की थी लेकिन सांसदों और विधायकों की पेंशन को जारी रखा था।
उन्होंने कहा कि यदि देश उस वक्त आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था तो सभी प्रकार की पेंशन बंद की जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि वह खुद एक कर्मचारी रह चुके हैं। कर्मचारियों के दर्द को भली-भांति समझते हैं। राम स्वरूप शर्मा ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि वह कंधे से कंधा मिलाकर उनके हकों की लड़ाई लड़ेंगे। इस जायज मांग को हर मंच पर उठाएंगे। उन्होंने कहा कि राम स्वरूप पीठ दिखाने वालों में से नहीं है।
इस मौके पर एनपीएस कर्मचारी एसोसिएशन ने दिव्यांग कर्मी की पत्नी को सांसद के माध्यम से 51 हजार की राशि भी प्रदान की। इसमें सांसद ने भी अपनी तरफ से 11 हजार का योगदान दिया। कर्मचारियों ने यह मांग भी उठाई कि केंद्र सरकार ने ऑन डयूटी दिव्यांगता या मृत्यु पर पेंशन का प्रावधान कर रखा है, लेकिन राज्य सरकार इस निर्णय को नहीं ले पाई है। इस पर सांसद राम स्वरूप शर्मा ने इस मांग को राज्य सरकार के माध्यम से जल्द से जल्द पूरा करवाने की हामी भरी।