नाहन : नाहन व जिला के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिदिन मु यालय पहुचने वाले हजारों लोगों को अभी ओर कई महीनों शहर में पैदल ही चलना होगा। प्रदेश के पिछड़े जिला सिरमौर मु यालय नाहन शहर को परिवहन मंत्री जीएस बाली ने दो मुद्रिका बसें देने की घोषणा की थी, वह एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पुरी नहीं हुई। ध्यान रहे कि परिवहन मंत्री जीएस बाली एक वर्ष पुर्व पांवटा साहिब में एक कार्यक्रम व नाहन में पत्रकार वार्ता में जिला सिरमौर मु यालय नाहन शहर को प्रदेश के अन्य शहरों की तरह मुद्रिका बसें चलाने की धोषणा की थी। ये बसें आजतक परिवहन विभाग ने ना बसे स्वीकृत की ओर ना ही इस विषय में क्षेत्रीय परिवहन निगम कार्यलय नाहन को कोई सुचना भेजी।
गौर हो कि नाहन में न तो आटो चलते है ओर ना ही कोई लोकल बसों की सुविधा यहां उपलब्ध है। आरएम कार्यलय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक नाहन से मुद्रिका बसों के चलने के लिए कई बार परिवहन निदेशालय को पत्र भी लिखा जा चुका है। परन्तु विभाग ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है। गौर हो कि नाहन दिल्ली गेट से एसडीएम ऑफिस, ट्रैजरी व कोर्ट अॅाफिस करीब दो किलोमीटर दुर है। वही दुसरी तरफ क्षेत्रीय अस्पताल पंहुचने के लिए भी रोगियों व उनके परिजनों को भारी समस्यों का सामना करना पडता है। जहां पहुचने के लिए जिला भर से प्रतिदिन सैकडों को पैदल ही कडी धूप व बरसात में आ-जा रहे है। गौरतलब हो कि नाहन शहर के समीप कुछ वर्षों में नई कलोनियां बसने से यहां रह रहे हजारों लोगों को बसों के लिए जूझना पडता है। पिछले वर्षों में आईटीआई, बनोग, यशवंत विहार व कांस्यवाला में नई आवसीय कलोनियां बन गई है। इन कलोनियों में अधिकतर बसें नहीं रूकने से यहां के लोगों को शहर में सामन ले जाने में भारी परेशनियों का सामना करना पड रहा है।
नाहन में चले लोकल बसेंशहर में बस स्टैंड से अस्पताल राउंड, कोर्ट परिसर एवं दिल्ली गेट तक लोकल बसें चलाई जाएं। पैंशनर संघ व नागरिक सभा ने प्रशासन से यह मांग की है। सभा के प्रधान दिग्विजय गुप्ता ने कहा कि शहर में टू व्हीलर व आटों की व्यवस्था नहीं होने से बुजुर्गों, महिलाओं एवं मरीजों को अस्पताल एवं शहर में अन्य स्थानों पर जाने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर लोकल बस हो तो लोगों को इसकी सुविधा मिलेगी। साथ ही कहा कि नाहन बस स्टैंड से कालाअंब व पांवटा साहिब की ओर जाने वाली निजी व सरकारी बसों में गुन्नूघाट एवं दिल्ली गेट तक आने वाली सवारियों को नहीं बैठाया जा रहा है। सबसे अधिक समस्या बुजुर्गों एवं महिलाओं को हो रही है।
शिमला की तर्ज पर मिले बस सुविधा
राजधानी शिमला में स्थानीय वाहन सेवा की तर्ज पर नाहन में शहर वासियों के लिए नगर वाहन की मांग उठाई गई है। शिवालिक मंच के पदाधिकारी बृज भूषण अग्रवाल तथा राजेश कौशिश ने जिला प्रशासन तथा सरकार से मांग की है कि नाहन नगर की जनसं या में लगातार वृद्धि हो रही है। इसके चलते भारी सं या में लोगों को शहर के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक पहुंचने में भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। शिवालिक मंच नाहन ने मांग की है है कि नाहन की जनता को नगर में इधर से उधर जाने के लिए वाहन सेवा नहीं है। लोगों को कई बार आवश्यक कार्य के लिए विभिन्न कार्यालयों सहित नगर के दूसरे छोर तक जाना पड़ता है। लेकिन वाहन सुविधा न होने के कारण इन कार्यों में कई बार विलंब हो जाता है। मंच ने मांग करते हुए कहा कि शिमला की तर्ज पर नाहन नगर को भी स्थानीय वाहन सेवा की सुविधा प्रदान की जाए।
नाहन में मुद्रिका बसे चलाने के लिए शिमला मु यालय से छोटी बसे मांगी गई है। जैसे ही ये बसे नाहन डिपू को मिल जाएगी। इन्हें नाहन शहर में चला दिया जाएगा, संजीव बिष्ट, आरएम एचआरटीसी हन