एमबीएम न्यूज़/कुल्लू
हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत बागवानी में प्रौद्योगिकी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए न्यूजीलैंड के विशेषज्ञों का दल 4 से 29 सितंबर तक हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे पर है। मंगलवार को यह दल कुल्लू जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचा। डा. जिम वाॅकर के नेतृत्व में पहुंचे इस दल ने अपने दौरे के पहले दिन जिला मुख्यालय में उद्यान विभाग के उपनिदेशक कार्यालय परिसर में विभाग के अधिकारियों और चुनिंदा बागवानों को सेब और समशीतोष्ण फल, बागवानी के फल पौध प्रबंधन, एकीकृत कीट एवम् फल पोषण की जानकारी दी।
हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के अंतर्गत बागवानी में प्रौद्योगिकी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए न्यूजीलैंड के विशेषज्ञों का दल 4 से 29 सितंबर तक हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे पर है। मंगलवार को यह दल कुल्लू जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचा। डा. जिम वाॅकर के नेतृत्व में पहुंचे इस दल ने अपने दौरे के पहले दिन जिला मुख्यालय में उद्यान विभाग के उपनिदेशक कार्यालय परिसर में विभाग के अधिकारियों और चुनिंदा बागवानों को सेब और समशीतोष्ण फल, बागवानी के फल पौध प्रबंधन, एकीकृत कीट एवम् फल पोषण की जानकारी दी।
उद्यान विभाग के उपनिदेशक राजकुमार शर्मा ने बताया कि बुधवार को इस दल के विशेषज्ञ बजौरा में भी अधिकारियों और बागवानों को फील्ड ट्रेनिंग देंग। इस दल में डा. जिम वाॅकर के अतिरिक्त डा. रश्मिकांत, डा. डेविड और डा. लेन हाॅरनर शामिल हैं। उपनिदेशक ने बताया कि विश्व बैंक पोषित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत न्यूजीलैंड के विशेषज्ञ सघन बागवानी के वैज्ञानिक प्रबंधन के अपने तीसरे तीसरे चरण की जानकारी उद्यान विभाग के तकनीकी अधिकारियों के साथ साझा कर रहे हैं।
उपनिदेशक ने बताया कि डा. जिम वाॅकर के नेतृत्व में यह दल राज्य के विभिन्न भागों का दौरा करके विभाग के तकनीकी अधिकारियों और चुने हुए बागवानों को प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर तैयार कर रहा है। इसी कड़ी में दल के विशेषज्ञ कुल्लू जिला के अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान जिला कुल्लू और मण्डी के अधिकारियों और चयनित बागवानों को क्लास रूम एवं फील्ड ट्रेनिंग दे रहे हैं।