नितेश सैनी/सुंदरनगर
संगठनात्मक जिला सुंदरनगर कांग्रेस पार्टी के जिला महासचिव एवं कॉंग्रेस पार्टी के वरिष्ठ दलित नेता चमन राही का कहना है, कि डेंगू जैसी गंभीर बीमारी को नियंत्रण करने के लिए प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। उसके साथ-साथ दुर्भाग्य रहा है, कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिला बिलासपुर में भी डेंगू के प्रकोप को नियंत्रण करने में विफल रहे हैं। जहां से इस बीमारी की शुरुआत हुई है। राही का कहना है कि जिस रफ्तार से डेंगू का प्रकोप एक जगह से दूसरी जगह फैल रहा है उसे मंडी जिला की जनता में प्रदेश सरकार की ढुल-मुल रवैया के प्रति गहरा रोश व खौफ के माहौल में जीवन जीने को विवश हैं। राही का कहना है कि हिमाचल प्रदेश कांगड़ा के बाद मंडी जिला दूसरा बड़ा जिला है।
वर्तमान के
मुख्यमंत्री भी मंडी जिला से ही संबंधित हैं। लेकिन प्रदेश सरकार डेंगू के आए दिन बढ़ते प्रकोप को रोकने में हर मोर्चे पर विफल रही है।उन्होंने कहा कि मीटिंग करने से दलित बाहुल्य क्षेत्र है। जिसका आज उन्होंने मंगलवार को व्यक्तिगत तौर पर दौरा किया और प्रभावितो से रूबरू हुए उन्होंने पाया कि वहां पर प्रदेश सरकार को स्वछता के ऊपर जिला मंडी को अवार्ड मिले हैं। अवार्ड की पोल वहां पर खुलती है जहां पर ना तो दलितों के पास शौचालय हैं और ना ही गंदे पानी की निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री भी मंडी जिला से ही संबंधित हैं। लेकिन प्रदेश सरकार डेंगू के आए दिन बढ़ते प्रकोप को रोकने में हर मोर्चे पर विफल रही है।उन्होंने कहा कि मीटिंग करने से दलित बाहुल्य क्षेत्र है। जिसका आज उन्होंने मंगलवार को व्यक्तिगत तौर पर दौरा किया और प्रभावितो से रूबरू हुए उन्होंने पाया कि वहां पर प्रदेश सरकार को स्वछता के ऊपर जिला मंडी को अवार्ड मिले हैं। अवार्ड की पोल वहां पर खुलती है जहां पर ना तो दलितों के पास शौचालय हैं और ना ही गंदे पानी की निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था है।
रास्तों पर गंदगी पसरने से यह बीमारी गंभीर रूप धारण कर चुकी है। राही ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से आग्रह किया है, कि प्रभावित क्षेत्रों में सबसे पहले व्यवस्था की जाए। दलित वर्ग के लोगों को शौचालय प्रदान कराएं जाए और पानी की निकासी के लिए दोनों ओर नालियां बनाई जाए इस कार्य को अमली जामा पहनाने के लिए राही ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से विशेष पैकेज प्रदान करवाने की मांग की है कि समय रहते इस बीमारी का नियंत्रण किया जाए और जिला स्तर पर जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए। जिला स्तरीय कमेटी में प्रशासनिक अधिकारियों को भी शामिल किया जाए ताकि इस बीमारी पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सके राही का मानना है कि प्रभावित एरिया में इस के प्रकोप से जिन लोगों की मृत्यु हुई है।
उनको सरकार कम से कम दस-दस लाख रुपए की फोरी राहत राशि के रूप में प्रदान करें और जो प्रभावित है अस्पताल में उपचाराधीन है उन्हें भी 100000 की राशि आर्थिक तौर पर मुझे करवाने की मांग की है।