वी कुमार /मंडी
आईआईटी मंडी में चल रहे गोलमाल की जांच अब केंद्रीय जांच कमेटी करेगी। इस बात की जानकारी शुक्रवार को सदन में मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी। बता दें कि शुक्रवार को सदन में मंडी के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने आईआईटी मंडी में चल रहे गोलमाल के विषय को प्रमुखता से उठाया और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसकी गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच केंद्रीय टीम से करवाने की बात कही।
सांसद रामस्वरुप शर्मा ने लोकसभा में बताया कि आईआईटी मंडी में वितिय अनियमितताओं व रोजगार आदि कार्यों में भाई-भतीजावाद सरेआम देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आईआईटी मंडी की स्थापना 2010 में हुई थी और यह संस्थान पिछले पांच वर्षों में पूरी तरह से तैयार होकर छात्रों को शिक्षा देने का कार्य कर रहा है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग व निदेशक आईआईटी मंडी अपनी मनमर्जी के अनुसार ठेकेदारों का चयन कर रहे हैं और गुणवता पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
वितिय नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है इन्हीं कारणों से दो वर्ष पूर्व आईआईटी मंडी में पांच लोगों की हत्या हुई थी। उन्होंने कहा कि आए दिन आईआईटी में स्थानीय लोग धरने-प्रदर्शन कर रहे हैं और समाचारों की सुर्खियां बने रहते हैं। यही नहीं अब तो आईआईटी में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी धरने-प्रदर्शन कर मुंडन व प्रैस वार्ता भी कर रहे हैं तथा निदेशक मूकदर्शक बनकर अपनी मनमर्जी के अनुसार प्रशासन चला रहे हैं। यहां तक की क्लास-3 व 4 श्रेणी के कर्मचारियों के साक्षात्कार लिए जा रहे हैं ताकि अपनी इच्छा के अनुरुप उन्हें नौकरियां दी जा सकें।
सांसद के इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावेडकर ने तुरंत प्रभाव से केंद्रीय जांच टीम गठित कर आईआईटी कमांद भेजने का ऐलान किया है।