एमबीएम न्यूज़ / सोलन
सेब सीजन की शुरुआत के पहले दिन करीब 400 पेटियां पहुंची जिनमें कुछ पेटी नाशपाती भी शामिल हैं। बता दें की सेब जून महीने से ही मंडियों में आना शुरू हो जाता है। आढ़ती एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हनी राठौर व महासचिव रंजन चौहान ने बताया की सीजन के शुरुवात में टाइड मैन व रेड जून वरायटी से हुई है।
यह सेब चौपाल, करसोग, कोटखाई व कुमारसेन से मंडी में लाया गया है। हन्नी ने बताया की अभी शुरुआती सेब की कीमत करीब 1400 से 1700 के बीच है, वहीं नाशपाती 1000 से 2000 के करीब बिक रही है। सीजन की शुरूआत से ही परवाणू मंडी में व्यापारियों का आगमन भी शुरू हो गया है। केरला व महाराष्ट्र से व्यापारी आने शुरू हो गए हैं।
मूलभूत सुविधाओं का आभाव
बागवान सुनील व प्रदीप ने शिकायत जताते हुए कहा हर वर्ष करोड़ों का कारोबार देने के बावजूद सेब मंडी में मूलभूत सुविधाओं का अकाल पड़ा रहता है। हर वर्ष यहां आने वाले आढ़तियों, व्यापारियों, बागवानों व मजदूरों को बिजली पानी जैसी बुनियादी जरूरतों के कारण परेशान होना पड़ता है। बारिश में टूटी सड़कें व शेडों की टूटी छतें मंडी की हालत बयां करती हैं।
इस कारण सरकार व मार्किट कमेटी के बंदोबस्त से आढ़ती एसोसिएशन में भी नाराजगी है। पंचकूला मंडी में आढ़तियों से कोई मार्किट फीस नहीं ली जाती वहीं परवाणू मंडी में एक प्रतिशत की दर से मार्किट फीस ली जाती है परन्तु बावजूद इसके सुविधाओं के नाम पर कोई बंदोबस्त कमेटी द्वारा नहीं किया जाता है।