एमबीएम न्यूज़ / नाहन
महीपुर पंचायत के वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बेचड़ का बाग में कल यानि पहली जुलाई को आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए है। कल प्रातः 10 बजे कृषि मंत्री डॉ0 राम लाल मारकंडा की अध्यक्षता में जनमंच कार्यक्रम आरंभ हो जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर ललित जैन ने आज बेचड़ का बाग का प्रवास करने के दौरान दी। उन्होने इस अवसर पर जनमंच कार्यक्रम के लिए की गई विभिन्न व्यवस्थाओं का भी जाएजा लिया। उन्होने जानकारी दी कि इस जनमंच कार्यक्रम के लिए इस क्षेत्र के लोगों से 1057 आवेदन प्राप्त हुए है जिनमें अधिकांश मुख्यमंत्री गृहिणि योजना से संबधित हैं। इसके अतिरिक्त लोग मौके पर भी अपनी समस्या से संबधित आवेदन मुख्य अतिथि के समक्ष रख सकते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि जनमंच कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन, राजस्व, वन, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, आधार कार्ड, समाज कल्याण विभाग ,कृषि, उद्यान, खाद्य एवं आपूर्ति इत्यादि विभागों द्वारा अपने स्टाल स्थापित किए जाएगें। जिसमें लोगों के विभिन्न कार्य मौके पर निपटाए जाएगें। उन्होने कहा कि इन स्टॉलों पर समाजिक सुरक्षा पैंशन, आधार कार्ड, राजस्व विभाग से जुड़े विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र, भू-इंतकाल, भू-पंजीकरण, ड्राईविग लाईसैस, डिजिटल राशन कार्ड, गृहिणि सुविधा योजना की औपचारिकताऐं, पेन कार्ड इत्यादि मौके पर बनाए जाएगें। उन्होने कहा कि जनमंच का उददेश्य लोगों को एक ही छत के निचे सभी विभागों की सुविधाऐं उपलब्ध करवाना है ताकि लोगों को अपने कार्य करवाने के लिए विभिन्न विभागों में न जाना पड़े।
ललित जैन ने कहा कि जनमंच कार्यक्रम के दौरान इस क्षेत्र की दस नवजात कन्याओं व माता-पिता को सम्मानित किया जाएगा जिसमें कन्या के माता पिता को सम्मान स्वरूप बधाई-पत्र तथा उपहार भी कृषि मंत्री डॉ0 रामलाल मारकंडा द्वारा प्रदान किए जाएगें। इसके अतिरिक्त जनमंच कार्यक्रम के दौरान लोगों की सुविधा के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाए जाएगें और मुफ्त दवाऐं भी दी जाएगी।
उन्होने बताया कि शिविर में आने वाले लोगों के लिए भी भोजन की व्यवस्था की गई है ओर इस प्रीतिभोज में प्लास्टिक एवं थर्मोकॉल की प्लेटों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा, बल्कि पत्तों से तैयार किए गए डुने व पतलों पर भोजन परोसा जाएगा।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्लास्टिक एवं थर्मोकॉल के गिलास व प्लेटों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया गया है और इस पत्तों से तैयार पतलों पर भोजन परोसने से लोगों में सरकार के इस निर्णय बारे भी संदेश घर घर पहूंचेगा। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारी व स्थानीय पंचायत के पदाधिकारी उपस्थित थे।