अभिषेक मिश्रा / बिलासपुर
उपमंडल स्वारघाट के तहत गुरुवार सुबह लोअर मार्किट स्थित एक सुनार और डॉक्टर की दुकाने आग लगने से स्वाह हो गई। आगजनी की इस घटना में सुनार को करीब 15 लाख और डॉक्टर को करीब 2 लाख का नुक्सान हुआ है। स्थानीय लोगों ने मिलकर आग को बुझाने की पूरी कोशिश की, लेकिन आग इतनी ज्यादा भड़क चुकी थी, काबू पाना नामुमकिन था।
हालांकि करीब डेढ़ घंटे बाद नयना देवी फायर स्टेशन से दमकल वाहन पहुंचा लेकिन तब तक स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पा लिया था। जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह करीब सवा तीन बजे जब पुलिस थाना स्वारघाट के कर्मी रात्रि गश्त पर थे तो उन्होंने सुनार की दुकान से धुआं आते देखा और साथ के स्थानीय लोगों को इसके बारे में बताया और दुकान के ताले को तोड़कर शटर खोला।
सुनार की दुकान के अंदर गैस का सिलेंडर था और कोई भी आदमी अंदर जाने से कतरा रहा था, क्योंकि सिलेंडर कभी फट सकता था जिसके चलते आग बुझाने में थोड़ी देरी हुई। संत निरंकारी ब्रांच स्वारघाट के सदस्य अपने छोटे फायर सिलेंडर लेकर पहुंचे और आग बुझाने के लिए करीब 12 सिलेंडरो का प्रयोग किया गया तथा इसके साथ ही स्थानीय लोग पानी भी फेंकते रहे। आग लगने का कारण सुनार की दुकान में शार्टसर्किट होना बताया जा रहा है।
बता दें कि पिछले साल भी शार्टसर्किट की वजह से स्वारघाट में एक निजी क्लीनिक और लैब जलकर राख हो गई थी। आगजनी की इस घटना में करीब 15 लाख रूपये का नुक्सान हुआ था।इसी तरह स्वारघाट और आसपास के क्षेत्रो में चीड के पेड़ो के घने जंगल है और हर साल 10 से 15 आगजनी की घटनाए होती है जिनमे लाखो रूपये की वनस्पति, पेड़-पौधे और जीव झुलसते है।
यहाँ नजदीकी फायर स्टेशन 26 किलोमीटर दूर नयना देवी में है, जिसके चलते दमकल वाहन को यहाँ पहुँचते-पहुँचते करीब डेढ़ घंटा और अगर जाम हो तो कई-कई घंटे भी लग जाते है। इसलिए स्थानीय लोगो ने सरकार से स्वारघाट में फायर स्टेशन खोलने की मांग की है ताकि वन-सम्पदा के साथ-साथ लोगो की निजी सम्पति की सुरक्षा सुनिश्चित करवाई जा सके।