पांवटा साहिब, 16 नवंबर : गुरु की नगरी पांवटा साहिब में हर वर्ष की तरह इस बार भी भगवान जगन्नाथ की भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। शोभा यात्रा में सभी स्थानीय स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिससे आयोजन और भी आकर्षक बन गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिन्होंने श्रद्धा और उत्साह के साथ यात्रा में भाग लिया। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की पौराणिक और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसका उद्देश्य सभी भक्तों को भगवान के दर्शन का अवसर प्रदान करना है।
मान्यता के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने नगर भ्रमण की इच्छा जताई थी। उनकी यह इच्छा पूरी करने के लिए भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बलभद्र ने उन्हें रथ पर बैठाकर नगर की सैर करवाई। एक अन्य कथा के अनुसार,वेदव्यास जी ने भगवान श्रीकृष्ण से अनुरोध किया था कि वे अपने भक्तों को दर्शन दें। उनकी इस प्रार्थना के जवाब में भगवान ने इस रथ यात्रा का आयोजन किया। यह यात्रा उन भक्तों के लिए भी विशेष महत्व रखती है, जो वर्षभर मंदिर में दर्शन करने नहीं जा पाते। रथ यात्रा के माध्यम से भगवान अपने भक्तों के पास स्वयं आते हैं।
यात्रा के दौरान शहर के मुख्य मार्गों को सजाया गया था। श्रद्धालुओं ने यात्रा के दौरान भजन-कीर्तन किए और भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथ को खींचने में भाग लिया। यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए थे। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह समाज में भाईचारे, श्रद्धा और एकता का संदेश भी देती है। इस आयोजन ने पांवटा साहिब में धार्मिक उत्साह का माहौल बना दिया। श्रद्धालुओं ने यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया।