शिमला 11 सिंतबर : ग्राम पंचायत कूफरी के उच्च विद्यालय कडेरू के भवन पर बीते तीन वर्षो से चार देवदार पेड़ों के गिरने का खतरा मंडराया हुआ है। लिखित रूप से सूचित करने के बावजूद भी वन विभाग कुंभकर्णी की नींद में सोया हुआ है। बता दें कि बीते तीन वर्षों से देवदार के पेड़ों को कटवाने बारे में वन विभाग द्वारा आजतक कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जिस बारे में अभिभावकों में रोष व्याप्त है। वन विभाग शायद किसी हादसे का इंतजार कर रहा है।
कूफरी पंचायत के उप प्रधान शशांक अत्री ने बताया कि स्कूल भवन पर भारी बारिश अथवा बर्फबारी के दौरान देवदार के चार वृक्ष गिरने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता हैं। अत्री ने बताया कि पंचायत द्वारा वर्ष 2019 से लेकर वन विभाग के डीएफओ कार्यालय खलीनी से पत्राचार किया जा रहा है परंतु वन विभाग द्वारा इस गंभीर समस्या के समाधान बारे में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे लोगों ने विभाग के उदासीन रवैये के प्रति बहुत नाराजगी देखी गई है।
शिक्षकोे और अभिभावकों को बारिश के दौरान पेड़ गिरने की चिंता सताई रहती है कि कहीं उनके बच्चें इस हादसे का शिकार न हो जाएं। अध्यपकों ने बताया कि बरसात के दौरान स्कूली बच्चे बहुत डर के मारे बहुत सहमे रहते हैं जिस कारण अच्छे से पढ़ाई भी नहीं कर पाते हैं । वन परिक्षेत्र अधिकारी मशोबरा हिमाशु ने बताया कि मानव जीवन को खतरा बने देवदार के पेड़ों को गिराने की अनुमति केवल एसडीएम ग्रामीण शिमला दे सकते हैं जिनकी अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। उन्होने बताया कि वन विभाग ऐसे पेड़ों को गिराने की अनुमति नहीं दे सकता है।