कांगड़ा, 04 जुलाई : प्रदेश के इतिहास में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उत्थान हेतु यदि सबसे अधिक प्रयास वर्तमान सरकार ने किए है। महिलाओं को संबल प्रदान करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य से प्रदेश सरकार द्वारा अनेकों योजनाओं का संचालन प्रदेश में किया जा रहा है। परागपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने यह शब्द कहे।
उद्योग मंत्री ने शगुन योजना के तहत 58 लाभार्थियों को 31000 रुपये प्रति लाभार्थी, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 7 लाभार्थियों को 51000 रुपये प्रति लाभार्थी भेंट किए एवं बेटी है अनमोल योजना के तहत 8 कन्याओं को 21000 रुपये प्रति लाभार्थी की एफडी भेंट की। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में महिला यात्रियों को 50 प्रतिशत रियायत देने का कार्य किया।
उन्होंने कहा कि महिलाएं कुल आबादी का 50 प्रतिशत है और महिलाओं के समग्र विकास और उनकी सक्रिय भागीदारी के बिना विकसित समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए वर्तमान प्रदेश सरकार ने निगम की बसों में बस किराए में 50 प्रतिशत छूट देने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना से छूटे हुए लाभार्थियों को योजना का लाभ प्रदान करने के उद्देश्य से राज्य में मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना आरम्भ की गई है।
उन्होंने कहा कि बीपीएल परिवारों की बेटियों को लाभ प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री शगुन योजना आरम्भ की गई, जिसके अन्तर्गत बीपीएल परिवारों की बेटियों को शादी के दौरान 31000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत 5308 लड़कियों को 17 करोड़ रुपये से अधिक राशि प्रदान कर लाभान्वित किया गया है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की महिलाओं को भयमुक्त वातावरण प्रदान करने के प्रति संकल्पित है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए गुड़िया हेल्पलाइन आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि बेटी है अनमोल योजना के अन्तर्गत बीपीएल परिवार की दो बेटियों के नाम 21 हजार रुपए जमा किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण संगठनों से जुड़ी सभी महिला स्वयं सहायता समूहों की सदस्योें को 25 हजार रुपये की अतिरिक्त राशि रिवॉल्विंग फंड के रूप में प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना आरम्भ की है। इसके अन्तर्गत उन्हें स्वरोजगार शुरू करने के लिए 35 प्रतिशत तक का अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने जनसमस्याओं को सुनते हुए अधिकतम का मौके पर निपटारा किया तथा शेष के समयबद्ध निवारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। कार्यक्रम में बाल विकास परियोजना अधिकारी परागपुर अनिल कुमार, जिला परिषद उपाध्यक्ष सनेहलता परमार सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारी व लाभार्थी उपस्थित रहे।
उद्योग मंत्री ने कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष राकेश शर्मा बबली के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट किया। उन्होंने राकेश बबली की अंतिम यात्रा में सम्मिलित होते हुए परिवार के लोगों से सातवें प्रकट की। उद्योग मंत्री ने कहा कि कामगारों के उत्थान के लिए राकेश बबली सदैव समर्पित रहे। उन्होंने कहा कि जिस तन्मयता से कामगार कल्याण बोर्ड की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए वह दौड़भाग करते थे, उनके जाने से बोर्ड को भारी क्षति पहुंची है।