सुंदरनगर, 23 मई : बीबीएमबी की बीएसएल परियोजना में कार्यरत अंशकालीन कामगारों को 31 मार्च के बाद प्रबंधन द्वारा काम पर न रखने पर कामगारों ने मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कामगारों ने आगे स्वीकृति जारी न होने पर रोष प्रकट किया। गौरतलब है कि बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से पार्ट टाइम पर कामगारों को रखा जाता है। इस बार भी करीब 300 लोगों को पार्ट टाइम पर 31 मार्च तक के लिए रखा गया था। यह कामगार सुंदरनगर, नाचन, एवं बल्ह विधानसभा क्षेत्र के स्थायी निवासी है।
अधिकतर कामगार बीएसएल परियोजना, पिछले लगभग 12 से 14 वर्षों से लगातार बतौर अंशकालीन कामगार कार्य कर रहे थे। कामगारों ने बताया कि विभाग द्वारा अंशकालीन कामगारों के बारे में अदायगी की जाने वाली राशि महंगाई के इस दौर में परिवार का पालन पोषण करने के लिए पर्याप्त नहीं है। वर्तमान में बहुत से अंशकालीन कामगार सरकार द्वारा निर्धारित आयु सीमा पार कर लेने के कारण अब किसी भी परीक्षा में बैठने के लिए प्रार्थी भी नहीं बन सकते, क्योंकि उनके द्वारा निर्धारित आयु सीमा 45 वर्ष भी पूरी हो चुकी है।
बीबीएमबी प्रशासन द्वारा विभागीय कार्य के लिए लगाए गए अंशकालीन कामगारों के बारे में इतने लंबे अंतराल तक न तो अभी तक कोई पॉलिसी बनाई गई और न ही कोई उचित निर्णय लिया जा रहा है, जिस कारण अंशकालीन कर्मचारियों का शोषण लगातार हो रहा है और भविष्य भी अंधकार में लटका पड़ा है। अंशकालीन कामगारों ने बीबीएमबी प्रबंधन से मांग की है कि शीघ्र ही उनकी तैनाती की स्वीकृति दी जाए अन्यथा स्वीकृति जारी न होने पर अंशकालीन कामगारों में परिवार तथा भविष्य की चिंता को लेकर बहुत आक्रोश है।
इस संबंध में मुख्य अभियन्ता को भी कामगारों ने अवगत करवा दिया कि यदि समय रहते निर्णय नहीं लिया गया तो अंशकालीन कामगार परिवार के सदस्यों के साथ अनतकाल के लिए धरना प्रदर्शन पर उतर जाएंगे। किसी भी अनहोनी की जिम्मेवारी बीबीएमबी प्रबंधन की होगी ।