सोलन, 24 अप्रैल : गत चार वर्षों में कृषि उपज मण्डी सोलन के निर्माण कार्यों पर लगभग 26.12 करोड़ रुपये खर्च किए गए। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने सोलन में आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि गत चार वर्षों में मुख्य मण्डी सोलन के निर्माण पर 2.7 करोड़ रुपये, टर्मिनल मण्डी परवाणू के निर्माण पर 20 करोड़ रुपये, उप नियमित मण्डी धर्मपुर पर 1.21 करोड़ रुपये, उप विनियमित मण्डी चक्की का मोड़ पर 6.26 लाख रुपये, उप नियमित मण्डी कुनिहार पर 1.94 करोड़ रुपये तथा उप विनियमित मण्डी नालागढ़ पर 2.5 लाख रुपये खर्च किए गए है।
बलदेव भंडारी ने कहा कि सोलन सब्जी मण्डी को ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत सिविल सर्विस दिवस पर नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा कि सब्जी मण्डी सोलन वर्तमान सरकार के कार्यकाल में किसानों व बागवानों को समय पर उनकी उपज का मूल्य दिलवाने में सहायक सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में सोलन सब्जी मण्डी ने 4.17 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में 9.52 करोड़ रुपये, वर्ष 2019-20 में 23 करोड़ रुपये, वर्ष 2020-21 में 20 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2021-22 में 25 करोड़ रुपये का व्यापार किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय 66 मण्डियां कार्यरत हैं तथा 20 मण्डियां निर्माणाधीन हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 06 मण्डियों में विभिन्न निर्माण कार्यों पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है। यह राशि विश्व बैंक द्वारा स्वीकृत की गई है। बलदेव भंडारी ने कहा कि 280 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश की विभिन्न कृषि एवं फल मण्डियों को स्तरोन्नत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोलन में 09 करोड़ रुपये की लागत से जायका परियोजना के अंतर्गत सेब मण्डी का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सोलन जिला के परवाणू में पुष्प मण्डी का निर्माण भी किया गया है। यहां 10 दुकानें निर्मित की गई हैं। इस वर्ष प्रदेश के विभिन्न जिलों से फूलों का क्रय-विक्रय परवाणू स्थित पुष्प मण्डी से किया जाएगा। इससे प्रदेश के पुष्प उत्पादक लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए गत वर्ष से भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से गेहूं की खरीद करने का निर्णय लिया है। इस वर्ष लगभग 06 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद की जा रही है तथा किसान की फसल का भुगतान 24 घण्टे के अंदर देय करना भी सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि नालागढ़ उपमंडल के किसानों की सुविधा के लिए नालागढ़ में ही गेहूं की खरीद की जा रही है। इस वर्ष से यह कार्य 15 अप्रैल, 2022 से आरम्भ कर दिया गया है।
बलदेव भंडारी ने कहा कि इस समय प्रदेश में ई-नाम पोर्टल पर 15 हजार से अधिक किसान जुड़े हैं। इन सभी को उनकी फसल का भुगतान ऑनलाइन किया जा रहा है। इस अवसर पर एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, सब्जी मण्डी सोलन के प्रधान गुरदीप साहनी, परवाणू सब्जी मण्डी के प्रधान संजीव रांटा, सचिव एपीएमसी डॉ. रविन्द्र शर्मा, सोलन भाजपा के उपाध्यक्ष तीर्थानंद भारद्वाज, एपीएमसी सोलन के सदस्य पदम पुंडीर सहित एपीएमसी के अन्य सदस्य एवं आढ़ती उपस्थित थे।