नाहन / अंजू शर्मा : शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान ने सतौन में कांग्रेस कार्यकर्ता को सबोधित करते हुए कहा कि जुमलेबाजी के सिवाए केंद्र सरकार ने कुछ नही दिया। हिमाचल सरकार कर्जे के नीचे डूब चुकी है। समय से न वेतन न भत्ते सिर्फ सरकारी कर्मचारियों को प्रताड़ना मिली। उन्होंने कहा मोदी सरकार ने दो करोड़ बेरोजगारों को सालाना रोजगार देने का वायदा किया था, लेकिन 6 सालों में दो लाख नौकरी भी केंद्र सरकार नही दे पाई है। उल्टा लोगो की नोकरी छीनी गई, महंगाई चरम सीमा पर है।
पेट्रोल डीजल दिन प्रतिदिन बढ़ रहे है जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी, तो मोदी सरकार के मंत्री सड़क पर उतरकर धरना देते है जबकि कांग्रेस सरकार में सब चीजों के दाम सही थे। कच्चे तेल की कीमत 140 प्रति था, तो पेट्रोल 70 रुपये बिक रहा था जबकि अभी कच्चे तेल की कीमत 90 से 100 रुपये प्रति बैरल आ रहा है फिर भी तेल की कीमत 90 रुपये से ऊपर है।
मोदी सरकार सीधा फायदा अम्बानी ,अडानी जैसे उधोगपतियों को पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कांग्रेस के समय जो बीजेपी के नेता सड़को पर उतरते थे, वो कहा सो रहे उन्हें क्या सांप सूंघ गया है। उन्होंने राज्य की जयराम सरकार पर भी निशाना साधा कहा कि जय राम सरकार को बने 5 साल होने वाले है, परन्तु घोषणा के अलावा जमीन पर कुछ नही हुआ। शिमला प्रदेश की राजधानी है। ट्राफिक व्यवस्था व अन्य काम तो छोड़ो शिमला में पानी के लिए त्राहि त्राहि मची हुई है, जनता पानी के बिना बेहाल है। नोटबंदी के समय जिस तरह लाइनों में लोग खड़े हुए थे उसी प्रकार शिमला में लोग पानी के लिए लाइनों में खड़े है।
हमारे मुख्यमंत्री या दिल्ली चले जाते है या किसी स्वागत समारोह में व्यस्त रहते है इनको जनता की क्या पड़ी है। सरकार में बढ़ती मंहगाई के कारण आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। घरेलू गैस सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने के कारण आम आदमी, गरीब, मजदूर, किसान, छोटे व्यवसाय, दुकानदार तथा मध्यमवर्ग को अपना जीवन यापन करना मुश्किल हो गया है।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार सत्ता में आती है, तब भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचती है। चुनाव में जीत जाने के बाद लोगों को पीसना शुरू कर दिया है। आम जनता पहले ही कोरोना बीमारी के कारण बुरी तरह से टूटे हुए थे और ऊपर से यह महंगाई जिसने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। इलेक्शन खत्म होते ही ये सरकार अपने असली रूप में आ गई। जोकि गरीब मजदूर, मध्यमवर्गीय एवं किसानों की विरोधी है। यहां तक हर वर्ग परेशान है। इस मुख्यमंत्री के कार्यकाल में सबसे ज्यादा विधानसभा घेराव है। हर सत्र में हर वर्ग ने घेराव किया है जो कि उनकी नाकामी को दर्शाता है।
वही, जो हमारी पहाड़ी संस्कृति है, विधानसभा घेराव के दौरान हमारे पहाड़ी कर्मचारियों ने पहाड़ी में नारे लगाए उसमे कुछ भी गलत नही बोला उस नारे का अर्थ है जयराम मामा मानते नही कर्मचारियों की सुनते नही फिर भी बदले की भावना से उनका तबादला कर दिया जो कि निंदनीय है। इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई इसका जाना तय है। हर्ष वर्धन चौहान ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार की नाकामियों को गांव-गांव में जाकर प्रचार प्रसार करे इनकी नाकामियो को उजागर करें , और उन्होंने कार्यकर्ताओ से कहा कि अभी से बूथ लेबल पर जूट जाएं। उन्होंने ये भी कहा कि शिलाई कांग्रेस एकजुट है, और शिलाई के चंद युवाओं को गुमराह किया गया है लेकिन उनके परिवार कांग्रेस के साथ है।
इस मौके पर उनके साथ शिलाई ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सीता राम शर्मा ,जिला उपाध्यक्ष अमर सिंह कपूर ,जिला महासचिव रामेश्वर शर्मा, जिला महासचिव रत्न चौहान , जिला सचिव भारत भूषण मोहिल, जिला सचिव महेश कहोली, शिलाई ब्लॉक कांग्रेस महासचिव प्रवेश चौहान, सचिव पंकज शर्मा ,भजोन पंचायत प्रधान गुलाब सिंह चौधरी, शेर सिंह चौहान ,रणजीत चौहान ,धर्म सिंह चौहान खत्री ठाकुर, गुलाब सिंह चौहान बड़वास पंचायत पूर्व प्रधान सुरेंदर चौहान शुपा राम नम्बरदार , दयाराम ,अजय चौहान (मोंटू) मदन सिंह चौहान NSUI जिला अध्यक्ष विपुल शर्मा ,कमरऊ जॉन सोशल मीडिया सुनील ठाकुर ,नरेन्द्र कंवर ,विनोद चौहान सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।