शिमला, 10 मार्च : प्रदेश सरकार शिमला के प्राचीन वैभव को बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प है। इसके लिए शिमला स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत शहर मेें विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को इनका समुचित लाभ मिल सके। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ढली में लगभग 49 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली डबल लेन सुंरग की आधारशिला रखने के उपरान्त कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि ढली की पुरानी सुरंग वर्षोें पूर्व 1852 ई. में निर्मित की गई थी और अब 147 मीटर लम्बी इस नई डबल लेन सुरंग से यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के अन्तर्गत सभी कार्य तीव्र गति से पूर्ण हों। उन्होंने कहा कि हालांकि यह परियोजना वर्ष 2016 में प्रारम्भ की गई थी, परन्तु इसने वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में ही गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर के लिए 70 करोड़ रुपये की लागत की पेयजल आपूर्ति योजना रिकॉर्ड समयावधि में पूर्ण करके शहर में पेयजल संकट की समस्या का निराकरण किया गया है। उन्होंने कहा कि शहर के लिए 1813 करोड़ रुपये की एक नई पेयजल आपूर्ति परियोजना भी तैयार की जा रही है जिसका कार्य पूर्ण होने पर शहर में आगामी 100 वर्षों तक पानी की समस्या का हल हो सकेगा।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नई सुंरग के निर्मित होने से इस मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही और सुगम हो सकेगी। यह सुंरग शिमला जिला के कसुम्पटी और शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत सड़कों को चौड़ा करने, पैदल पुलों, फुटपाथ, पार्किंग इत्यादि से संबंधित विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेन्द्र भोटका ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस अवसर पर चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा, शिमला नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल, उप-महापौर शैलेंद्र चौहान, कृषि उत्पाद विपणन समिति के अध्यक्ष नरेश शर्मा, सक्षम गुड़िया बोर्ड की अध्यक्षा रूपा शर्मा, भाजपा नेता विजय ज्योति सेन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभासीष पन्डा, उपायुक्त आदित्य नेगी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।