सोलन, 25 फरवरी : भारत सरकार के खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अधीन कार्यरत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं द्वारा हिमाचल प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में भी बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इससे न केवल बेरोजगार युवा अपना उद्यम स्थापित कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं, बल्कि स्थानीय बेरोजगार अन्य लोगों के लिए भी रोजगार प्रदान कर रहे है।
यह जानकारी शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुरेश कश्यप ने बद्दी में खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आए उद्यमियों द्वारा अपने उत्पादों की लगाई गई प्रदर्शनी से न केवल उनकी बिक्री में बढ़ोतरी होगी, बल्कि इसे देखने वाले अन्य बेरोजगार युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।
सुरेश कश्यप ने कहा कि केवीआइसी द्वारा हिमाचल प्रदेश में गत कई वर्षों से इस प्रकार की प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों को बाहरी राज्यों के उत्पादों को देखने तथा उन्हें खरीदने का भी मौका मिल रहा है। सांसद शिमला लोकसभा क्षेत्र ने दून विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लिए 40 लाख रुपए देने की घोषणा की। कार्यक्रम में केवीआइसी के विशेषज्ञ सदस्य मनोज कुमार ने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा खादी ग्रामोद्योग उत्पादों के विपणन के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में देश में 8000 से अधिक खादी के बिक्री केंद्र संचालित हैं। इन बिक्री केंद्रों में देश के विभिन्न हिस्सों में बने उत्पाद प्रदर्शनी तथा बिक्री के लिए उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि उत्तरी क्षेत्र में दिल्ली स्थित कनॉट प्लेस में केवीआइसी का सबसे बड़ा भवन है, जहां पर खादी ग्रामोद्योग उत्पाद विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। मनोज कुमार ने बताया कि केवीआइसी द्वारा ग्रामोद्योग उत्पादों को ऑनलाइन मार्केटिंग के माध्यम से बेचने की व्यवस्था भी की गई है तथा इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी केवीआइसी के पोर्टल पर भी उपलब्ध है। उन्होंने प्रदर्शनी के उद्देश्य के अलावा केवीआईसी के माध्यम से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में सभी को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में कुल 75 स्टॉल लगाए गए हैं जिनमें देश के विभिन्न राज्यों के लाभार्थियों द्वारा तैयार उत्पादों को प्रदर्शनी तथा बिक्री के लिए रखा गया है।
इन उत्पादों में खादी वस्त्रों के अलावा ग्रामोद्योग उत्पाद जैसे साबुन, शैंपू, आचार, जैम आयुर्वेदिक दवाइयां, हिमाचली परिधान तथा अन्य खाद्य उत्पाद मुख्य आकर्षण है। निदेशक केवीआईसी शिमला ने बताया यह प्रदर्शनी 24 फरवरी से 10 मार्च तक चलेगी उन्होंने सीमावर्ती कस्बों व क्षेत्रों के लोगों से प्रदर्शनी सहित केवीआईसी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की अपील की है। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया के अतिरिक्त केवीआइसी के सदस्य बसंत ने भी अपने विचार रखे।