चंबा, 30 दिसंबर : उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि जिला में 6 वर्ष तक की आयु के सभी शिशुओं और बच्चों में पोषण स्थिति में सुधार लाने के लिए 8 जनवरी से 14 जनवरी तक स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा अभियान चलाया जाएगा। अभियान की रूपरेखा को लेकर उपायुक्त कार्यालय के कांफ्रेंस हाल में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी राणा ने कहा कि इसे जन सहभागिता का आधार बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं , नगर परिषद , रेड क्रॉस, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों को अभियान का हिस्सा बनाया जाए।
उपायुक्त ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को अभियान के तहत खंड और जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह निर्देश भी दिए की अभियान के तहत कुपोषित शिशुओं और बच्चों का संपूर्ण डाटा तैयार किया जाए ताकि कुपोषण के खात्मे को लेकर इसे अन्य विभागों के साथ भी साझा किया जा सके। उपायुक्त ने ग्रामीण स्तर पर अभियान के सफल कार्यान्वयन को लेकर संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक करने को भी कहा। डीसी राणा ने अभियान के तहत विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी के उत्तरदायित्व अनुसूची तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी और उपनिदेशक आरंभिक शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग का हर संभव सहयोग करें। ग्रामीण स्तर पर अभियान के दौरान उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से हिम केयर,आयुष्मान भारत, और सहारा योजना का पंपलेट और पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी सुनिश्चित बनाने को कहा।
उपायुक्त ने यह भी कहा कि पोषण अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा का मुख्य उद्देश्य पोषण को जन अभियान का हिस्सा बना कर भावी पीढ़ी को स्वस्थ रखना है। स्वस्थ बाल-बालिका स्पर्धा के तहत विशेष रूप से विकसित पोषण ट्रैकर ऐप के माध्यम से आंगनवाड़ी स्तर पर 6 वर्ष तक के सभी शिशुओं एवं बच्चों का स्वास्थ्य सम्बन्धी आंकड़ा तैयार किया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए सामुदायिक एवं अन्य सम्बद्ध ऐजेंसियों की भागीदारी सुनिश्चित बनाई गई है। अभियान के दौरान शिशुओं एवं बच्चों की लम्बाई और वज़न से संबंधित जानकारियां एकत्रित की जाएगी। प्राप्त जानकारियों के आधार पर पोषित एवं कुपोषित बच्चों का वर्गीकरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य अभिभावकों को स्वस्थ एवं पोषित बच्चों की जानकारी देकर सकारात्मकता के माध्यम से ऐसे अभिभावकों का व्यवहार परिवर्तन सुनिश्चित बनाना तथा जन-जन के सहयोग से प्रत्येक शिशु एवं बच्चे के समग्र विकास के लिए स्वस्थ्य प्रतियोगिता की भावना का सदुपयोग करना है। गतिविधियों का आयोजन विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों, लोगों के घरों , ग्राम पंचायत स्तर और विद्यालयों इत्यादि में किया जाएगा। उपायुक्त ने जिला वासियों से भी आग्रह किया है कि स्वस्थ बाल-बालिका स्पर्धा अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेषकर अभिभावकों से भी यह आह्वान किया है कि यदि उनके पास वजन और ऊंचाई नापने के उपकरण घर में मौजूद हैं तो वह स्वयं भी पोषण ट्रैक्टर ऐप पर जानकारियां अपलोड कर सकते हैं। स्वस्थ बच्चों को विभाग की तरफ से प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जाएंगे।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास बाल कृष्ण शर्मा, सीडीपीओ नीलम धीमान, राकेश कुमार, वीरेंद्र कुमार,जिला समन्वयक विकास शर्मा, जिला आशा समन्वयक अनु कौशल ,खंड समन्वयक विकास कुमार ,विजय कुमार, विनोद कुमार, रमेश कुमार ,सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी नीना सहगल उपस्थित रहे।