कुल्लू,29 जुलाई : तकनीकी शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने सरकारी अमले सहित बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। डॉ. मारकंडा ने तोज़िंग नाले को जेसीबी मशीन पर सवार होकर पार किया तथा शांशा नाले पर क्षतिग्रस्त पुल तथा सड़क का मुवाजा किया।
उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण क्षेत्र की 18 पंचायतों में भारी नुकसान पहुंचा है। मयाड़ घाटी सहित कई क्षेत्रों के कटे होने के कारण अभी नुक़सान का पूरा आकलन नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि डॉ. रामलाल मारकंडा बुधवार को काज़ा से आते समय स्वयं बातल के पास फंस गये थे।
लाहौल में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान को देखते हुए वे कई किलोमीटर का पैदल सफ़र करते हुए शाम को ही तोज़िंग नाले में हुई त्रासदी का जायज़ा लेने पहुंच गए थे। ख़राब मौसम के बावजूद, तोज़िंग नाले में आई बाढ़ से हुए नुकसान, राहत व खोज कार्यों का जायज़ा लिया था। लिहाजा, आज डॉ. मारकंडा ने तोज़िंग से आगे जाकर शांशा नाले में बाढ़ से ढह गए पुल, सड़क तथा भूस्खलन का जायज़ा लिया और प्रभावित क्षेत्र व पुल की जगह विकल्प के लिए स्पेन लगाने का विभाग को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आज तोज़िंग नाले सहित कुछ लिंक रोड़ को बहाल कर दिया जाएगा।
भारी बारिश की वजह से ज़िले के थिरोट, जाहलमा, शाँशा व मडग्रां, चांगुट, पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मयाड़ घाटी में भी बदल फटने से बहुत नुकसान हुआ है। चांगुट में दो घर बाढ़ की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हुए हैं। उड़गोस, चांगुट एवं टिंगरित में कई स्थानों पर खेतों व फसलों को पानी व मलवा भर जाने से भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने लोकनिर्माण विभाग को घाटी के सभी सम्पर्क सड़को को शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए। साथ ही सीमा सड़क संगठन द्वारा सड़क खोलने के कार्यों का जायजा लेते हुए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
डॉ. मारकंडा जिले के अधिकारियों के साथ मौके पर राहत व पुनर्स्थापन कार्य का जायजा लेने पैदल चलकर पर स्वयं दिनभर प्रभावित क्षेत्रों में डटे रहे। उन्होंने बताया कि वीरवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर के माध्यम से लाहौल आएंगे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे। इस अवसर पर उपायुक्त नीरज कुमार, एसपी मानव वर्मा, एसडीएम प्रिया नागटा, तहसीलदार नरेंद्र शर्मा, सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।