नाहन, 24 अप्रैल : उपायुक्त सिरमौर सुमित खिमटा ने सिरमौर जिला में जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य, जल शक्ति सहित सभी सम्बन्धित विभागों मुस्तैदी के साथ कार्य करना सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि गर्मियों के दृष्टिगत जल जनित रोगों की संभावनाये बढ़ गई हैं जिसकी रोकथाम के लिये सभी विभागों को आपसी तालमेल से मिलजुलकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सिरमौर में डायरिया व वायरल फीवर के मामले नहीं आये हैं किन्तु संभावित रोगों की रोकथाम के लिए अग्रिम तैयारियां जरूरी हैं।
उपायुक्त सुमित खिमटा बुधवार को नाहन में जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए गठित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग को निर्देश कि जिला के सभी पेयजल योजनाओं में स्वच्छता का विशेष ख्याल रखा जाए और सभी वाटर स्टोरेज टैंकों की साफ सफाई का कार्य नियमित तौर पर किया जाए। उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग इस बात का ध्यान भी रखे कि शहरी क्षेत्रों में जहां से सीवरेज की लाइन गुजर रही है उसके आसपास की पेयजल की लाईनों की लीकेज बिल्कुल भी न हो। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पेयजल की टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि विभाग समुचित मात्रा में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध करवाए। उन्होंने कहा कि रोटा वायरस जो कि जल जनित रोगों का मुख्य कारण है के टीकाकरण के कार्य को स्वास्थ्य विभाग मुस्तैदी से पूरा करे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग आपसी तालमेल से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल योजनाओं की क्लोरीनेशन का कार्य भी सुनिश्चित बनाए।
सुमित खिमटा ने शिक्षा विभाग को जिला के सभी स्कूलों में सुबह की असेंबली में जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए बच्चों को अवगत करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों में साफ-सफाई और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा ताकि बच्चों में जल जनित रोग किसी भी रूप में फैलने न पाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूलों में सही प्रकार से हैंड वॉश करने के बारे में जानकारी दी जाए।
सुमित खिमटा ने पंचायती राज संस्थानों से अपने-अपने क्षेत्रों में उचित साफ सफाई के लिए लोगों को जागरूक करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की परम्परागत पेयजल स्रोतों की समय-समय पर टेस्टिंग की जाए और इन स्रोतों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों के पेयजल योजनाओं की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा।
उपायुक्त ने सभी नागरिकों से अपने-अपने घरों की पेयजल टंकियों की नियमित साफ सफाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि गर्मियों के दृष्टिगत सभी नागरिकों को अपनी पानी की टंकियों को सही प्रकार से साफ करना चाहिए ताकि संभावित रोग से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि जरूरी हो तो पानी को उबालकर पीना चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अजय पाठक ने बैठक का संचालन करते हुए कहा कि गर्मी को देखते हुए जल जनित रोगों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी आवश्यक प्रबंध कर लिये हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में ओआरएस और जिंक टेबलेट व अन्य आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवा दी गई हैं। इसी प्रकार सभी आशा वर्कर व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं संभावित रोग की अग्रिम रोकथाम के लिए फील्ड विजिट बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर परसहायक आयुक्त गौरव महाजन, पीओ डीआरडीए अभिषेक मित्तल, अधिशासी अभियंता जल शक्ति जगबीर वर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, उप निदेशक उच्च शिक्षा राजीव ठाकुर, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा अजीत चौहान, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद संजय तोमर और अजय गर्ग, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य डा. विनोद संगल व अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।