राजगढ़, 11 अप्रैल : शक संवत 2081 के आगमन और चैत्र नवरात्रे के अवसर पर गुरूकुल के नाम से प्रसिद्ध राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला फागू में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के सभी बच्चों, अध्यापकों और अभिभावकों ने भाग लिया। इस मौके पर आचार्य विवेक चैतन्य ने उपस्थित लोगों और स्कूली बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए संस्कार निर्माण और आध्यात्मिकता पर प्रकाश डाला।
बता दें कि फागू में रियासत काल के दौरान गुरुकुल नाम से विद्यालय संचालित किया जाता रहा है जिसमें क्षेत्र की अनेक महान हस्तियों ने शिक्षा ग्रहण करके प्रदेश का नाम रोशन किया है जिनमें पझौता आन्दोलन के रींग लीडर रहे वैद्य सूरत सिंह भी इस गुरुकुल के विद्यार्थी रहे है। अतीत में इस गुरुकुल विद्यालय में हवन यज्ञ की परंपरा निभाई जाती रही परंतु आजादी के उपरांत इस विद्यालय का सरकारीकरण होने से अतीत से चली आ रही अनेक धार्मिक परंपराएं विलुप्त हो गई थी।
काफी वर्षों के अंतराल के उपरांत इस स्कूल में पहली बार शक संवत के आगमन और चैत्र नवरात्रें क उपलक्ष्य पर एसएमसी अध्यक्ष यशपाल शवाईक तथा स्थानीय पंचायत प्रधान के सहयोग से हवन यज्ञ का आयोजन करके गुरुकुल की पुरानत परंपराओं को पुनः आरंभ किया गया। जिसकी पुष्टि कार्यवाहक प्रधानाचार्य रेखा भोटा ने की है। उन्होने बताया कि ऐसे धार्मिक अनुष्ठानों से विद्यालय के वातावरण में एक नई ऊर्जा का संचार होता है जिससे बच्चें सुसंस्कारित बनने के साथ साथ उनकी रूचि आध्यात्मवाद की ओर बढ़ती है।