नाहन, 27 फरवरी : बीआरसी कार्यालय शिलाई में मंगलवार को तीन दिवसीय आईडी वर्कशॉप का शुभारंभ किया गया। खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी गुमान सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की। वर्कशॉप में खंड कफोटा बकरास शिलाई के लगभग 50 बीआरसी प्राइमरी और अपर प्राइमरी भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर स्रोत व्यक्ति रघुवीर ठाकुर ने सभी अध्यापकों का स्वागत किया।
कार्यशाला के स्रोत व्यक्ति मायाराम शर्मा ने अध्यापकों को तीन दिवसीय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विशेष क्षमताओं वाले बच्चों के लिए बनाए गए PWD एक्ट 1995 शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 RPWD act 2016एनईपी 2020 में दिव्यांग बच्चों को दिए गए अधिकार, नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान दी। बीआरसी मायाराम शर्मा ने जिन बच्चों को सुनने, बोलने, देखने तथा चलने फिरने में दिमागी रूप अक्षम है। पाठशाला में किस तरह से दिव्यांग बच्चों के लिए कार्य करना है उसके बारे में विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
स्रोत व्यक्ति खत्री तोमर ने अध्यापकों को अधिगम अक्षमता को समझना वह उसके अवलोकन पर विस्तार से जानकारी दी। उसके बाद अध्यापकों को 21 तरह की अक्षमताओं के बारे में बताया गया, जिसमें प्रमुख रूप से दृष्टिहीनता डिस्लेक्सिया डिसग्राफिया डिस्केलकुलिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सभी अध्यापकों को ग्रुप में बांट कर सभी अध्यापकों को ग्रुप में चार्ट पेपर के माध्यम से दिव्यांग बच्चों की क्लास स्ट्रेटजी को लेकर चर्चा करने का कार्य दिया गया।
उन्होंने कहा कि यह कार्यशाला 3 दिन चलनी है। इसमें दिव्यांग बच्चों को अन्य बच्चों की तरह स्कूल की मुख्यधारा से जोड़कर शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है। अब कोई भी दिव्यांग बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए।