पांवटा साहिब, 8 अप्रैल : ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में दर्शनी ड्योढ़ी की कार सेवा प्रारंभ हो गई। हरमंदिर साहिब अमृतसर के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कार सेवा का शुभारंभ किया। गुरुद्वारा पांवटा साहिब प्रबंधक कमेटी व बाबा कश्मीर सिंह भूरी साहिब वालों के संयुक्त तत्वाधान में सेवा कार्य चलेगा। सेवा कार्य शुभारंभ के मौके पर सिख पंथ की प्रसिद्ध जत्थे बंदियों समेत जत्थेदार व कार सेवा के महापुरुष मौजूद रहे।
गुरुद्वारा पांवटा साहिब प्रबंधक कमेटी के प्रबंधक सरदार जगीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुद्वारा साहिब के मुख्य प्रवेश द्वार दर्शनी ड्योढ़ी की कार सेवा प्रारंभ हुई। उन्होंने बताया कि दर्शनी ड्योढ़ी बनाकर जहां गुरुद्वारा साहिब का मुख्य प्रवेश द्वार और अधिक सुंदर किया जाएगा। वहीं यहां पर संगतों की सुविधाओं के लिए कार पार्किंग, रिहायश, समेत अन्य सुविधाएं भी जुटाई जाएंगी। ताकि दूर दराज से आने वाली संगतों को यहां बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने बताया कि कार सेवा बाबा कश्मीर सिंह भूरी साहिब वाले इस कार्य को अंजाम देंगे।
उन्होंने बताया कि जहां प्रथम गुरु साहिब श्री गुरु नानक देव महाराज ने सब्र संतोख दिया, वहीं जीवन कल्याण के लिए सेवा व सिमरन अति आवश्यक बताया है। उन्होंने कहा कि जितना आवश्यक प्रभु को याद करना हैं, उतना आवश्यक सेवा करना हैं। उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य जीवन प्राप्त करने के बाद इस जीवन को सफल बनाना है तो सेवा कार्य करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने संगतों से अपील करते हुए कहा कि अपने जीवन में प्रभु को याद करने के साथ-साथ सेवा सिमरन अवश्य करें। इससे पूर्व गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब के कवि दरबार हाल में विशाल कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया।
दरबार साहिब अमृतसर साहिब के हजूरी रागी जत्थों ने कीर्तन कर संगत को निहाल किया। जबकि दोपहर बाद गुरुद्वारा परिसर में टाढी दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे जत्थों ने वीररस में गुरबाणी शब्द कीर्तन संगत को सुना कर निहाल किया। इस अवसर पर अकाल तख्त पटना साहिब के जत्थेदार रणजीत सिंह, शिरोमणि प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंद्र सिंह धामी, हजूर साहिब एवं महाराष्ट्र से पहुंचे नरेंद्र सिंह ने भी अपने विचार रखें।