धर्मशाला, 30 मार्च : कांगड़ा जिला में प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को पोषण दिवस आयोजित किया जाएगा। इसमें कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों की स्वास्थ्य उपकेंद्रों में स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए सभी स्वास्थ्य विभाग तथा समेकित महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। यह जानकारी डॉ. निपुण जिंदल ने उपायुक्त कार्यालय के सभागार में कुपोषण मुक्त अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि पौषहार का सही उपयोग किया जाए इस के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग करने निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषित और कम वजन वाले बच्चों पर विशेष फोक्स किया जाएगा तथा उनकी नियमित तौर पर मॉनिटरिंग भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा खंड चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक माह की 11 से 14 दिनांक तक कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक बैठक आयोजित करेंगे इसमें कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार संबंधी रिपोर्ट भी साझा करेंगे।
इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कुपोषित तथा कम वजन वाले बच्चों के घर माह में दो बार आवश्यक विजिट करने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि आठ अप्रैल को ग्राम सभा की बैठकों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा वर्कर्स जिंक तथा ओआरएस के उपयोग बारे बच्चों के अभिभावकों को जानकारी भी देंगे इसके पश्चात मानसून सीजन आरंभ होने से पहले सभी बच्चों के लिए जिंक तथा ओआरएस के पैकेट वितरित किए जाएंगे ताकि डायरिया इत्यादि की स्थिति से निपटा जा सके।
उपायुक्त निपुण जिंदल ने कहा कि 0 से पांच वर्ष के कुपोषित बच्चों के लिए पौषाहार के लिए आवश्यक सूची भी तैयार करने के लिए कहा गया है ताकि उन बच्चों की डाइट में पौषाहार शामिल किया जा सके। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कुपोषण से प्रभावित बच्चों की सेहत में सुधार की स्थिति की समीक्षा करने के लिए त्रैमासिक बैठक आयोजित की जाएगी। इस अवसर पर एडीसी राहुल कुमार, सीएमओ डा गुरदर्शन सहित महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।