कागड़ा/ आशीष शर्मा : स्वयं सहायता समूहों ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में अहम भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की बेहतर गुणवत्ता के कारण समाज में डिमांड भी बढ़ रही है। इससे स्वयं सहायता समूहों के साथ जुड़ी महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो रही है। यह उद्गार सांसद किशन कपूर ने धर्मशाला के पुलिस मैदान में सरस मेला का शुभारंभ करने के उपरांत व्यक्त किए। इससे पहले सांसद किशन कपूर ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन भी किया।
सांसद किशन कपूर ने कहा कि सरस मेले के आयोजन से स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को नई पहचान मिल रही है। इसके साथ ही इन मेलों के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को विपणन की भी बेहतर सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी ग्रामीण स्तर पर तैयार पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं ताकि पारंपरिक उत्पादों को देश ही नहीं अपितु विदेशों तक भी पहुंचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हिमाचल की कांगड़ा पेटिंग, चंबा रूमाल को देश भर में सराहा जा रहा है। इसके साथ और भी अनेंकों उत्पाद हैं, जिनको बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण कौशल विकास तथा ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत सरकार द्वारा आर्थिक मदद भी स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध करवाई जा रही है। इससे पहले उपायुक्त कांगड़ा डा निपुण जिंदल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि सरस मेला 30 मार्च तक चलेगा इसमें हिमाचल सहित अन्य प्रांतों के स्वयं सहायता समूह भी अपने उत्पादों के साथ भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरस मेला के दौरान 23 मार्च को रेडक्रास सोसाइटी द्वारा ब्लड डोनेशन कैंप तथा एकीकृत स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया जाएगा जबकि 27 मार्च को सांस्कृतिक संध्या भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन विभागों द्वारा अपने अपने विभागों से संबंधित योजनाओं के बारे में जानकारियां भी लोगों को दी जाएंगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक खुशहाल शर्मा, एडीसी राहुल कुमार, जिला परिषद के अध्यक्ष रमेश बराड़, नगर निगम के महापौर ओंकार नैहरिया, भाजपा के जिला महामंत्री सचिन शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।