धर्मशाला, 19 फरवरी : उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला कांगड़ा को क्षय रोग मुक्त जिला बनाने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियोें को दिए गए हैं। इस दिशा में टीबी की जांच तथा उपचार के लिए भी कारगर कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं। जोनल अस्पताल के सभागार में आयोजित जिला क्षय रोग निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि जिला कांगड़ा में सब नेशनल टीबी सर्टिफिकेशन अभियान 21 फरवरी से आरंभ होगा इसमें वर्ष 2015 के बाद टीबी के रोगियों में कितनी कमी बारे डाटा एकत्रित किया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा यह सर्वे जिला कांगड़ा के अंदर किया जा रहा है। यह सर्वे जिला में भारत सरकार द्वारा कुछ चयनित गांवों व शहरों में होगा। इस सर्वे के लिए जिला में 15 टीमों का गठन किया गया है। इन द्वारा अपने क्षेत्र में घर घर जाकर संभावित टीबी के लक्षणों वाले व्यक्तियों की पहचान की जाएगी तथा उनका बलगम जांच के लिए लैब में भेजेगी। उपायुक्त डॉ. जिंदल ने आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि बलगम जांच के लिए भेजे गए मरीजों का ब्यौरा साप्ताहिक तौर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ साझा करें ताकि जो लोग टेस्ट करवाने नहीं पहुंचे उन्हें आशा वर्कर्स के माध्यम से टेस्ट करवाने के लिए प्रेरित किया जा सके। उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि टीबी से होने वाली मौतों का खंड चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से डेथ ऑडिट 2 सप्ताह के अंदर करवाया जाए।
इस अवसर पर कांगड़ा के सीएमओ डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि सालाना 1 करोड़ नए टीबी मामलों में से 26 प्रतिशत भारत में हैं। जिला कांगड़ा ने 2021 में 2878 टीबी मामलों को अधिसूचित किया। उन्होंने कहा कि टीबी के रोगियों को सरकार द्वारा 1500 रुपए प्रतिमाह व पोषण के लिए न्यूट्री मिक्स दी जा रही है। इससे पहले जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ राजेश सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जिला कांगड़ा में 41 स्वास्थ्य केंद्रों पर बलगम की जांच मुफ्त में की जाती है वह जिला कांगड़ा के अंदर बिगड़ी हुई टीबी की जांच के लिए 16 अत्याधुनिक मशीनें जिला में अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध है।
इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक जोनल हॉस्पिटल धर्मशाला राजेश गुलेरी, मेडिकल कॉलेज हमीरपुर डॉक्टर आदित्य सूद, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर विक्रम कटोच, चिकित्सा अधीक्षक क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला डॉ राजेश गुलेरी,, राजेश शर्मा मेंबर ऑफ फार्मा काउंसिल हिमाचल प्रदेश, श्री राकेश कायस्था अध्यक्ष फार्मा डिस्ट्रीब्यूशन कांगड़ा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।