धर्मशाला, 22 जनवरी : उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में मटौर-शिमला और मंडी-पठानकोट फोरलेन निर्माण के लिए भू-अधिग्रहण कार्यों में तेजी लाने तथा नेशनल हाईवे के नाम भू इंतकाल की प्रगति को लेकर उपायुक्त कार्यालय के सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि फोरलेन के निर्माण के लिए वन अधिकारी अधिनियम एफआरए के तहत लंबित मामलों की औपचारिकताएं पूर्ण कर हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों को सौंप दिये गये हैं। इसके साथ ही फोरलेन निर्माण की जद में आने वाले भवनों की लागत का मूल्याकंन प्रक्रिया का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने सभी अधिकारियों को 5 फरवरी तक फोरलेन से जुड़ी सभी त्रुटियों को दूर करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मटौर शिमला फोेरलेन के तीन पैकेज और सब पैकेज निर्धारित किये गये हैं। इसमें कांगड़ा जिले में 54 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण प्रस्तावित है। वहीं मंडी-पठानकोट फोरलेन के तहत पांच पैकेज और सब पैकेज निर्धारित किये गये हैं। इसमें कांगड़ा जिले में 124 किलोमीटर फोरलेन का निर्माण प्रस्तावित है।
उपायुक्त ने कहा कि मंडी-पठानकोट तथा मटौर-शिमला फोरलेन निर्माण के तहत नुरपुर, ज्वाली, शाहपुर, कांगड़ा, नगरोटा, पालमपुर, ज्वालाजी, देहरा उपमंडलों की भूमि चिह्न्ति की गई है। उन्होंने सभी उपमंडलों के उपमंडलाधिकारियों को फोरलेन निर्माण से संबंधित भू-अधिग्रहण तथा एनएच के नाम भू-इंतकाल के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि फोरलन से जुड़े सभी अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करें, ताकि फोरलेन निर्माण कार्य की दिशा में उचित कदम उठाए जा सकें। इस अवसर पर एडीएम रोहित राठौर सहित मंडी पठानकोट तथा मटौर शिमला फोरलेन निर्माण से जुड़े अधिकारी भी उपस्थित थे।