धर्मशाला, 14 दिसंबर : पावरग्रिड सीएसआर के तहत विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट पालमपुर को एक एमआरआई मशीन भेंट करेगा। धर्मशाला स्थित धौलाधार होटल में राज्य सरकार के मंत्रियों और विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार की मौजूदगी में पावर ग्रिड के अधिकारियों और सीएमओ कांगड़ा के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गये। सरकार की ओर से विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, स्वास्थ्य मंत्री डॉ.राजीव सैजल, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेन्द्र गर्ग, सचिव स्वास्थ्य अभिताभ अवस्थी, पावरग्रिह कार्पोरेशन केे निदेशक वीके सिंह, कार्यकारी निदेशक टीसी शर्मा, कार्यकारी निदेशक कैलाश राठौर, वरिष्ठ महाप्रबंधक देव कुमार उपस्थित सहित पावरग्रिड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यतिथि के रूप में शिरकत कर रहे विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने भारत सरकार, पावरग्रिड कार्पोरेशन को एमआरआई मशीन उपलब्ध करवाने के लिए आभार प्रकट किया तथा वीएमआरटी को एमआरआई मशीन उपलब्ध होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि शांता कुमार एक व्यक्ति नहीं बल्कि संस्था हैं जिन्होंने युगदृष्टा के रूप में आने वाली पीढ़ी के बारे में सोचते हुए अनेक कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि शांता कुमार का समाज सेवा में बहुत लंबा अनुभव है जो सभी को प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि एक लेखक, कवि, समाजसेवक और प्रशासक के रूप में पूरे भारतवर्ष में एक अलग पहचान है। परमार ने कहा कि 1992 में एक आधुनिक अस्पताल के निर्माण के रूप में जो सपना संजोया था आज सरकार, लोगों के सहयोग से भव्य अस्पताल के रूप लोगों को सेवाएं दे रहा है।
उन्होंने कहा कि पावरग्रिड कापोरेशन के द्वारा 6 करोड़ रुपये की लागत से उपलब्ध एमआरआई मशीन से जटिल से जटिल बीमारियों की जांच यहां उपलब्ध होगी जिससे लोगों को लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने शांता कुमार को 15 दिसम्बर, 2021 से हृदय रोग उपचार वीएमआटी में आरम्भ करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि राजनीति के अतिरिक्त शांता कुमार ने समाजसेवा के क्षेत्र में भी अविस्मरणीय कार्य किया है और विवेकानंद अस्पताल तथा कायाकल्प इसके अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पावर ग्रिड कारपोरेशन के माध्यम से दो डायग्नोस्टिक वैन भी आने वाले समय में उपलब्ध करवाई जा रही हैं जो गांवों-गांवों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाएगी।
शेष जीवन जनता की सेवा के लिए समर्पित: शांता
इस अवसर पर विवेकानंद मेडिकल ट्रस्ट के अध्यक्ष शांता कुमार ने ट्रस्ट के लिए छः करोड़ रुपये की एमआरआई मशीन सीएसआर के माध्यम से उपलब्ध करवाने के लिए केन्द्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह, पावर ग्रिड कार्पोरेेशन तथा प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस मशीन का सारा खर्च पावरग्रिड वहन कर रहा है और प्रदेश सरकार के माध्यम से यह उन्हें प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि सक्रिय राजनीति को परित्याग कर उनका जीवन अब केवल विवेकानंद तथा कायाकल्प अस्पताल के लिए समर्पित रहेगा। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा 100 वृद्धजनों के लिए विश्रांती (वृद्ध आश्रम) बनाया जा रहा है। उन्होंने भविष्य में भी सीएसआर के माध्यम से जनसेवा में समर्पित ट्रस्ट के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने पावर ग्रिड के अधिकारियों से कायाकल्प का अवलोकन करने का भी आग्रह किया।
सैजल ने शांता के प्रयासों को सराहा
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि वीएमआरटी और कायाकल्प शांता कुमार के प्रयासों और संकल्प से अस्तित्व में आया। यह संस्थान ‘‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’’ की भावना से लोक कल्याण और स्वयं के हित में कार्य कर रहा है। उन्होंने पावर ग्रिड का धन्यावाद किया और कहा कि एमआरआई सुविधा उपलब्ध होने से जिला कांगड़ा के लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कायाकल्प भी बहुत अच्छा संस्थान है सभी लोगों इसका लाभ उठाना चाहिए। उनहोंने कहा कि शांता कुमार के संकल्प से ही यह संस्थान अस्तित्व में आया है।
कोरोना काल में पावर ग्रिड ने किया सराहनीय कार्य: गर्ग
इस अवसर खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेन्द्र गर्ग ने पावरग्रिडकारपोरेशन का सीएसआर में विभिन्न सेवाओं के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान जन सेवाओं के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य उपकरणों के लिए सराहना की और पावर ग्रिड कारपोरेशन को प्रदेश सरकार की ओर से प्रशंसा पत्र भी भेंट किया। इससे पहले पावरग्रिड कार्पोरेश के निदेशक आरके सिंह ने कहा कि पावर ग्रिड कार्पोरेशन देश मे 250 करोड़ सीएसआर के माध्यम से व्यय कर रहा है जिसमें स्वास्थ्य सेवा उपकरणों को केन्द्रित किया गया है।
उन्होंने कहा कि पावरग्रिड ने हिमाचल प्रदेश में पिछले 4 वर्षों में अब तक 22 करोड़ सीएसआर के माध्यम से व्यय किये गये हैं और भविष्य में भी सीएसआर के माध्यम से जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मंडी में 15 करोड़ रुपये की लागत से एक आईटीआई का निर्माण किया जा रहा है। यह प्रदेश में सीएसआर के माध्यम से हिमाचल में सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। उन्होंने बताया की विवेकानदं ट्रस्ट को 6 करोड़ रुपये की एमआरआई मशीन उपलब्ध करवाई जा रही है और इस तरह छः अन्य राज्यों को भी मशीने उपलब्ध करवाई जाएंगी।