आशीष शर्मा/कांगड़ा : पहाड़ों पर हिमपात के बाद मैदानी क्षेत्रों की ओर आने वाले जंगली जानवरों के शिकार को रोकने के लिए वन विभाग भी मुस्तैद हो गया है।
वन मंडल धर्मशाला के अंतर्गत 18 टास्क फोर्स टीमें विभाग ने गठित कर दी हैं। टीमों में तैनात स्टाफ को गश्त करने के साथ ही स्थानीय ग्रामीणों के साथ भी सामंजस्य बैठाते हुए शिकारियों पर लगाम लगाई जाए।
जानकारी के अनुसार ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात होने के चलते जंगली जानवर निचले क्षेत्रों का रुख करते हैं। ऐसे में जंगली जानवरों के शिकार के मामले भी बढ़ते हैं। जंगली जानवरों के अवैध शिकार को रोकने के लिए धर्मशाला वन मंडलाधिकारी कार्यालय ने मंडल के अंतर्गत आने वाले 18 ब्लॉक के लिए टीमें गठित कर दी हैं। हर ब्लाक में 1-1 टीम का गठन किया गया है। हर टीम में 3 से 5 अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं।
यह टीमें संबंधित क्षेत्रों में ऐसे मामलों पर नजर रखेंगी। हालांकि विशेष रूप से धर्मशाला वन मंडल के अंतर्गत संवेदनशील क्षेत्रों दरीणी, बोह, मैक्लोडगंज का ऊपरी क्षेत्र, खनियारा के थातरी व खड़ौता गांवों के ऊपरी क्षेत्र व नरवाणा का ऊपरी क्षेत्रों में विशेष तौर पर जंगली जानवरों के शिकार के मामलों पर नजर रखी जाएगी।
उधर, डीएफओ धर्मशाला डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि डिवीजन के अंतर्गत जंगली जानवरों के शिकार पर लगाम लगाने को 18 टास्क फोर्स टीमें गठित कर दी गई हैं। इन टीमों को ब्लॉक ऑफिसर लीड करेंगे तथा क्षेत्र में ऐसा कोई मामला आता है तो तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।