सोलन, 01 दिसंबर : राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के मुख्य महाप्रबन्धक दिनेश रैना ने गत दिवस जिला के दाड़लाघाट में दी अमृततधारा मिल्क प्रोड्यूसर मार्केटिंग काॅओपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, दाड़लाघाट की रुरल मार्ट ऑन व्हील्स के रूप में स्वीकृत मोबाइल वैन का शुभारम्भ किया। दिनेश रैना ने इस अवसर पर कहा कि नाबार्ड द्वारा इस वाहन के क्रय के लिए अमृतधारा कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) को 50 प्रतिशत की अनुदान सहायता के रूप में 4.77 लाख रुपए प्रदान किए गए हैं।
इस वाहन के माध्यम से एफपीओ के 300 से अधिक सदस्य लाभान्वित होंगे। एफपीओ द्वारा अब तक दूध के संग्रहण एवं विपणन के लिए किराए के वाहन का प्रयोग किया जाता था। अब अपना वाहन होने से एफपीओ के परिचालन लागत में कमी आएगी व संगठन द्वारा अपने उत्पादों का सुगमता से विपणन किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि अमृतधारा का गठन नाबार्ड की कृषक उत्पादक संगठनों को संवर्धित करने की योजना के अंतर्गत अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन, दाड़लाघाट द्वारा किया गया था। यह पूर्णतः महिलाओं का संगठन है। संगठन को महिलाओं द्वारा ही संचालित किया जा रहा है। वर्ष 2020-21 में इस संगठन द्वारा 86 लाख रुपए का कारोबार किया गया। संगठन मुख्य रूप से दुग्ध एवं दुग्ध से बने उत्पाद का विक्रय करता है। यह अपने सदस्यों को पशु चारा व छोटे कृषि उपकरण भी उपलब्ध करवाता है।
उन्होंने इस अवसर पर अमृतधारा कृषक उत्पादक संगठन को अमूल से प्रेरणा लेते हुए नवाचार की दिशा में अग्रसर रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह एफपीओ इस कारण भी सफल रही है कि यह अपने साथ जुड़े किसानों को बेहतर मूल्य प्रदान कर रही है। उन्होंने एफपीओ को वाहन के शुभारम्भ पर बधाई दी तथा भविष्य की कार्ययोजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए ठोस व्यापारिक योजना बनाकर चलने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में दूध के उत्पादन की कमी होने के कारण इसकी पूर्ति पड़ोस के राज्यों से की जाती है। इस एफपीओ के माध्यम से संगठित होकर किसान दूध के साथ-साथ अन्य उत्पादों के लिए भी अपना ब्रांड बनाकर स्थानीय बाजार में इनका सफलतापूर्वक विपणन कर सकते हैं। इससे किसानों की आर्थिकी में सकारात्मक बदलाव आएगा। नाबार्ड के उप महाप्रबंधक डॉ. बीआर प्रेमी ने एफपीओ को बधाई देते हुए कहा कि छोटे किसानों की आय उत्सर्जन में डेयरी के एफपीओ की भूमिका महत्वपूर्ण है। कुनिहार विकास खण्ड में अन्य एफपीओ द्वारा भी डेयरी के क्षेत्र में अच्छा काम किया जा रहा है।
इस अवसर पर एफपीओ के सदस्यों ने अवगत करवाया कि भविष्य में संगठन दुग्ध प्रसंस्करण केन्द्र की स्थापना की दिशा में कार्य करेगा। इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक अशोक चौहान, अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के भूपेंद्र गांधी व अन्य सदस्य तथा अमृतधारा एफपीओ की सीईओ रेणु ठाकुर व शांता ठाकुर तथा एफपीओ के शेयरधारक मौजूद उपस्थित थे।