सोलन, 26 नवंबर : उपमंडलाधिकारी सोलन अजय यादव ने कहा कि समेकित बाल विकास परियोजना महिला एवं बाल कल्याण की दिशा में कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन का सशक्त माध्यम है। अजय यादव आज यहां समेकित बाल विकास परियोजना सोलन की खण्ड स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढाओ के अन्तर्गत गठित टास्क फोर्स, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा पोषण अभियान सहित अन्य योजनाओं के संदर्भ में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
अजय यादव ने खण्ड विकास अधिकारी सोलन को निर्देश दिए कि सोलन विकास खण्ड में निर्मित किए जा रहे आंगनवाड़ी केन्द्रों का कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्मित आंगनवाड़ी भवनों के सम्बन्ध में अनापत्ति प्रमाण पत्र भी शीघ्र जारी किए जाए। उपमण्डलाधिकारी ने निर्देश दिए कि हिमाचल प्रदेश विवाह पंजीकरण अधिनियम, 1996 का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। इस अधिनियम के तहत विवाह का पंजीकरण संबंधित उप मंडलाधिकारी कार्यालय में विवाह के एक वर्ष के भीतर करवाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस अधिनियम की जानकारी लोगों को प्रदान की जानी आवश्यक है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ पात्र लोगों को यह भी विस्तार से बताया जाए कि इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए किस कार्यालय में कौन-कौन से दस्तावेज सहित पहुंचना आवश्यक है।
बैठक में जानकारी प्रदान की गई कि बेटी है अनमोल योजना के अन्तर्गत 12 अगस्त, 2021 के उपरान्त बीपीएल परिवार में जन्म लेने वाली दो बालिकाओं के नाम 21,000 रुपए की एफडी करवाई जा रही है। पूर्व में यह राशि 12,000 रुपए थी। महिला स्वरोजगार के अन्तर्गत 35,000 रुपए से कम वार्षिक आय वाली महिलाओं को अपना कोई कार्य आरम्भ करने व आत्मनिर्भर बनने के लिए 5000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
बैठक में महिला सशक्त योजना, सशक्त महिला केंद्र सहित अन्य योजनाओं पर भी चर्चा की गई। विकास खण्ड सोलन की सभी 37 ग्राम पंचायतों में सशक्त महिला केंद्र का गठन किया गया है। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी सोलन रमेश शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी धर्मपुर अमित रंजन तलवार, सीडीपीओ सोलन कविता गौतम सहित आंगनवाड़ी सुपरवाईजर उपस्थित थे।