लाहौल स्पीति, 23 नवंबर : जनजातीय उप-योजना के तहत लाहौल मंडल का बजट बढ़कर 72 करोड़ रुपये हो गया है, जोकि लाहौल -मंडल में विकास कार्यो में खर्च किये जायेंगे। यह जानकारी सोमवार को तकनीकी शिक्षा एवं जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मारकंडा ने केलांग में परियोजना सलाहकार समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि अटल-टनल रोहतांग के बन जाने से जिले में पर्यटन गतिविधियां बढ़ गई है। ऐसे में सर्दियों में लाहौल घाटी में स्कीईंग व शीतकालीन खेलें आयोजित की जाएगी। साथ ही जिले में क्राफ्ट मेले व लोकनृत्य प्रतियोगिता का आयोजन कर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने पर बल दिया।
मारकंडा ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि आबंटित धनराशि को तह समय में विकास कार्यो में खर्च करे और विकास कार्यो में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे। साथ ही जिले में सर्दियों के मौसम को ध्यान में रखते हुए आवश्यक वस्तुओं ,ईंधन लकड़ी राशन व दवाइयों के पर्याप्त भंडारण व वितरण के भी निर्देश दिए। डॉ. रामलाल मारकंडा ने जनजातीय विकास परियोजना की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभिन्न विभागों के विकास कार्यों की रिपोर्ट ली। बैठक की समीक्षा करते उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग का बजट लैप्स नहीं होना चाहिए, तथा भविष्य में बजट प्रस्ताव सिर्फ़ उसी कार्य के लिए दें जिसमें कार्य पूरा किया जाना हो।
मारकंडा ने पिछले वर्ष लाहौल में स्नो फेस्टिवल मनाया गया। उसी तर्ज पर इस बार क्राफ्ट मेला व लोकनृत्य प्रतियोगिता कराएंगे साथ ही शीतकालीन खेलो को बढ़ावा देने के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की जाएगी जिसके लिये केंद्र सरकार की ओर से 90 लाख रुपये स्वीकृत किया गया। लोक निर्माण, जलशक्ति, कृषि, बाग़वानी तथा पर्यटन विभागों को तेज़ी से कार्य करने आवश्यकता है।
बैठक में पीओआईटीडीपी डॉ. रोहित शर्मा, उपमंडलाधिकारी उदयपुर निशांत तोमर, खण्ड विकास अधिकारी डॉ. विवेक गुलेरिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मदन बंधु, पुलिस उप अधीक्षक हेमन्त ठाकुर सहित समस्त जिलाधिकारी उपस्थित रहे।