शिमला, 18 नवंबर : हिमाचल प्रदेश जेबीटी बेरोजगार संघ आज हिमाचल प्रदेश के यशस्वी एवं लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से धर्मशाला में मिला। जिसमें उन्होंने मांग रखी थी कि सन 2018 से जो हिमाचल प्रदेश में जेबीटी भर्तियों पर जो विवाद चला हुआ है, उसको जल्दी से जल्दी समाप्त किया जाए तथा जेबीटी के स्थान पर जेबीटी की ही भर्ती की जाए। हिमाचल प्रदेश में 40000 जेबीटी प्रशिक्षु रोजगार है। जो 15-15 सालों से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं।
इस समय प्रदेश में लगभग 3000 जेबीटी के पद खाली चल रहे हैं। हर साल 4000 जेबीटी प्रशिक्षण करके बेरोजगार की कतार में खड़े हो जाते हैं। हिमाचल प्रदेश में 12 डाइट्स तथा 30 जेबीटी कॉलेज है। जो कि 4000 प्रशिक्षुओं को हर साल जेबीटी ट्रेनिंग करवाते हैं।जेबीटी बनाम b.ed.केस के कारण सन 2018 से एक भी भर्ती नहीं हो सकी।
स्कूलों में बच्चों का भविष्य खतरे में है। हिमाचल प्रदेश रोजगार संघ के सदस्य जगदीश परयाल मनोज, शर्मा अक्षिमा, ममता ,विक्की चौधरी ,अजय ,आशीष ,पल्लवी तांबरी भाटिया ,जब मुख्यमंत्री जी से धर्मशाला में मिले तो उन्हें आश्वासन दिया कि जल्दी से जल्दी यह केस सुलझा दिया जाएगा तथा जेबीटी के स्थान पर जेबीटी ही नियुक्त किए जाएंगे ,जो कि कक्षा 1 से पांचवी तक स्पेशल ट्रेन टीचर है।
इस पर सभी सदस्यों ने मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद किया तथा भविष्य में 40 हजार तथा उनका परिवार सरकार का हमेशा ऋणी रहेगा। जेबीटी के स्थान पर जेबीटी ही नियुक्त किए जाएं। ताकि हिमाचल प्रदेश के 40,000 प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार जेबीटी को उनका हक मिल सके। इसके लिए सरकार का बहुत-बहुत आभार।