चंबा,7 नवंबर : उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि जिले में प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन के लिए अपेक्षित आंकड़ों व सूचनाओं को उपलब्ध कराने के लिए प्रज्ञा संस्था के सहयोग से कुंडी, कुराह, बाट, गुलेरा कियाणी, चंडी और कल्हेल में सात स्वचालित मौसम निगरानी प्रणाली उपकरण स्थापित किए गए हैं। कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उपायुक्त ने स्वचालित मौसम प्रणाली उपकरणों का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह स्वचालित मौसम प्रणाली केंद्र जिला में मौसम से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों को उपलब्ध करवाने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि इन उपकरणों से न केवल आपदा पूर्व मौसम से संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी अपितु यह बारिश के पूर्वानुमान में किसानों और बागवानों के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे। डीसी राणा ने बताया कि जिला में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भी 120 वर्ग किलोमीटर की क्षमता वाला डॉप्लर रडार जोत नामक स्थान पर स्थापित किया जा रहा है। इसके कार्यशील होने से मौसम की पूर्ण प्रभावी जानकारी उपलब्ध होगी। उपायुक्त ने आपदा पूर्व चेतावनी के लिए स्वचालित मौसम प्रणाली केंद्रों में स्थापित किए गए
इन उपकरणों की पूर्ण उपयोगिता सुनिश्चित बनाने के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के साथ जोड़ने को कहा। उन्होंने टीम प्रज्ञा के प्रयासों की सराहना करते हुए जिला के अन्य स्थानों में भी इस तरह के उपकरण स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान प्रज्ञा प्रबंधन ने स्वचालित मौसम प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह उपकरण भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा प्रमाणित किए गए हैं। इनकी कार्यक्षमता लगभग 7 से 8 वर्ग किलोमीटर है। साथ ही यह उपकरण परिष्कृत और कम लागत, प्रभावी माप,रिकॉर्डिंग,संचारण और निगरानी के लिए पूर्ण रूप से उपयुक्त हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि कम बिजली की खपत के साथ यह स्वचालित मौसम प्रणाली बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के बिना कार्य करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा ,जिला राजस्व अधिकारी सुनील कैंथ, जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वास्थ्य हरित पुरी, प्रबंधक प्रज्ञा नालिष ऐका सहित पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।