मंडी,11 अगस्त : पहले एक कुर्सी, दो बड़े डंडों और मजबूत रस्सी का इंतजाम किया गया। फिर डंडों पर कुर्सी को रखकर उसे पक्के तरीके से बांधा गया। फिर बुजुर्ग देशराज को कुर्सी पर रखकर कस कर बांधा गया। ऐसे तैयार किया गया “देसी स्ट्रेचर”। अब दो लोगों ने आगे से और दो ने पीछे से इस स्ट्रेचर को उठाकर पांच किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू कर दी।
यह इस गांव के लोगों के लिए नई बात नहीं थी, लेकिन इस बार गांव वालों ने वीडियो बनाकर नेताओं के मुंह पर तमाचा मारने का काम किया। मामला जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत रोपाधार के बदन गांव का है। आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी 250 की आबादी वाला यह गांव सड़क सुविधा से कोसों दूर है।
मंगलवार को इस गांव के देशराज नामक बुजुर्ग की तबीयत खराब हो गई तो परिवार के समक्ष उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाने का संकट खड़ा हो गया। गांव वाले एकजुट हुए और कुर्सी का स्ट्रेचर बनाकर और उस पर देशराज को कसकर बांधकर पांच किमी का पैदल सफर तय कर उसे सड़क तक पहुंचाया।
गांव के वार्ड सदस्य विक्की कुमार ने एमबीएम न्यूज़ को बताया कि गांव की आबादी 250 से अधिक है ,मगर आज दिन तक सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है। उन्होंने सरकार से गांव को जल्द सड़क सुविधा से जोड़ने की गुहार लगाई है। वहीं एमबीएम न्यूज़ ने इस बारे में जोगिंदर नगर के विधायक प्रकाश राणा से भी संपर्क करना चाहा, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। जैसे ही उनसे बात होगी तो उनसे यह जानने का प्रयास किया जाएगा कि आखिर यह गांव सड़क सुविधा से अभी तक क्यों महरूम है।