केलांग, 29 जुलाई : लाहौल के उदयपुर क्षेत्र में भारी बारिश और बाढ़ के चलते बहे कुल 10 लोगों में से 7 लोगों के शव चलाए गए सर्च और रेस्क्यू अभियान में मिल चुके हैं, जबकि 3 अन्य की तलाश की जा रही है। उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम इस कार्य में अभी भी जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि उदयपुर को पांगी घाटी के साथ जोड़ने वाले मडग्रां पुल को बीआरओ द्वारा कल तक बहाल करने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। जबकि शांशा और थिरोट पुल तक जाने वाली क्षतिग्रस्त सड़क को भी पानी का स्तर कम होते ही बहाल कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पूरी तरह से बह गए जाहलमा पुल के स्थान पर फिलहाल आवाजाही के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर रज्जू मार्ग और पैदल रास्ते के निर्माण को भी जल्द पूरा किए जाने की दिशा में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के कारण पूरी पट्टन घाटी प्रभावित हुई है। इस क्षेत्र में कृषि को नुकसान हुआ है और कृषि कार्य भी प्रभावित हुआ है। व्यवस्थाओं को भी बहाल करने में कार्य योजना के तहत कदम उठाए जा रहे हैं।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ के चलते जो 72 श्रद्धालु फंस गए थे वे सभी सुरक्षित हैं और उन्हें त्रिलोकनाथ मंदिर परिसर में ठहराया गया है। मंदिर ट्रस्ट की ओर से उनके रहने और खाने की व्यवस्था हो रही है। उन्होंने कहा कि मडग्रां पुल बहाल होने के बाद जो श्रद्धालु पांगी क्षेत्र के हैं वे आसानी से वापिस जा सकते हैं। अधिकतर श्रद्धालु कुल्लू जिला से संबंधित हैं। श्रद्धालुओं ने प्रशासन के समक्ष ये बात रखी है कि वे अपने वाहनों को फिलहाल यहीं छोड़ जाएंगे। सड़क और पुल बहाल होने के बाद वे इन वाहनों को वापस ले जाएंगे। इन श्रद्धालुओं की वापसी की भी व्यवस्था की जा रही है।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कल सुबह हेलीकॉप्टर के माध्यम से प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे और प्रभावित हुए लोगों के साथ भेंट करेंगे।