केंलाग, 25 जुलाई : तकनीकी शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने धार्मिक नगरी त्रिलोकनाथ के समीप हिंसा स्थित वन वाटिका में रविवार को 72वां वन महोत्सव का शुभारंभ देवदार का पौधा रोप कर किया। डॉ. रामलाल मारकंडा ने इस दौरान एक बूटा बेटी के नाम से अभियान चलाकर घाटी के लोगो से इसमे बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की।
इस अवसर मंत्री ने ग्लोबल वार्मिंग व बदलते पर्यावरण के खतरे को देखते हुए अधिक से अधिक पौधरोपण की अपील की। वहीं इस दौरान हिंसा में 16 लाख की लागत से बने वन निरीक्षण कुटीर व स्वर्णिम वाटिका का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि लाहौल- स्पीति में 72वें वन महोत्सव का शुभारंभ किया है।
प्रदेश में चल रहे वन महोत्सव के तहत सांकेतिक तौर पर लाहौल- स्पीति में मनाया गया। हालांकि लाहौल- स्पीति में पौधरोपण का सीजन अक्टूबर -नवम्बर व मार्च -अप्रैल में होता है, तथा इस वर्ष 49.5 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण करने का लक्ष्य है। अब पर्यावरण बदल रहा है और लाहौल में बारिश हो रही है, ऐसे में आने वाले समय मे बड़े स्तर में पौधरोपण अभियान चलाया जायेगा, जिसमे महिला मंडल व स्कूलों का सहयोग लिया जायेगा।
डॉ. मारकंडा ने बताया कि वन विभाग के 16 लाख की लागत से वन निरीक्षण कुटीर का उद्घाटन किया गया है जिसके लिये सड़क का निर्माण किया जाएगा। इससे सप्तधारा जैसे सुंदर एवं शांत स्थान में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा सप्तधारा जाने वाले श्रद्धालुओं एवं धार्मिक पर्यटकों के रात्रि विश्राम के लिए ये निरीक्षण कुटीर बहुत उपयोगी रहेगा।इस अवसर पर टीएसी सदस्य शमशेर, उपमंडलाधिकारी राजकुमार ठाकुर, डीएफओ दिनेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।