चंबा, 5 जून : विश्व पर्यावरण दिवस पर उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों में एक हजार के करीब चिनार के पौधे रोपित किए जाएंगे, इन पौधों को इस वित्तीय वर्ष में वन महोत्सव के दौरान व सर्दियों के मौसम में भी रोपित करने का लक्ष्य वन विभाग द्वारा लोगों के सहयोग व स्वैच्छिक संस्थाओं के माध्यम से सुनिश्चित बनाया गया है।
जिला की सड़कों के किनारों व चिन्हित स्थानों पर इन पौधों को रोपित किया जाएगा और इनकी नैसर्गिक सौंदर्य से जहां लोगों को सुखद अनुभूति होगी वहीं दूसरी ओर पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन को भी बल मिलेगा। चिनार के पेड़ों को और अधिक रोपित करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा 2500 के करीब वन विभाग की विभिन्न पौध शालाओं में पौधे तैयार किए जा रहे हैं।
उन्होंने पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन पर बल देते हुए कहा कि आम जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर अधिक से अधिक पौधारोपण कार्य में सक्रियता से भाग लेना चाहिए और अपने आसपास के परिवेश को स्वच्छ बनाए रखने के लिए संवेदनशीलता से कार्य करना होगा। इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस के मुख्य थीम ´पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली ” पर उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक होकर अधिक से अधिक पौधारोपण कर पर्यावरण को बचाना है ताकि भावी पीढ़ी के लिए स्वच्छ पर्यावरण को संजो कर रखा जा सके यही हमारा नैतिक कर्तव्य है।
ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में ठोस कचरा प्रबंधन पर बल देते हुए कहा कि पॉलिथीन प्लास्टिक कचरे के उचित निष्पादन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई नीति के तहत शहरी स्थानीय निकाय व पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से भी 75 रुपए प्रति किलो की दर से इसे खरीदा जा रहा है। उपायुक्त ने कहा कि शहर के ठोस व तरल कचरे के निस्तारण हेतु जल्द ही एक प्लांट स्थापित किया जा रहा है जिसकी खरीद प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है। उपायुक्त ने रावी नदी के तट पर स्वर्णिम वाटिका तथा मंजरी गार्डन में देवदार का पौधा भी रोपित किया।
उन्होंने स्वर्ण वाटिका के पेयजल स्त्रोत के पानी की गुणवत्ता को जांचने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपस्वाल व वन मंडल अधिकारी अमित शर्मा तथा प्रेरणा दी इंस्पिरेशन संस्था के सदस्यों द्वारा भी पौधे रोपित किए गए।