वी कुमार/मंडी
आने वाले दिनों में बहरेपन के कारण सुनने की भारी भरकम मशीनों का बोझ उठा रहे लोगों को इनसे राहत मिलने वाली है। दुनिया में अब सुनने के माइक्रो उपकरणों का निर्माण किया जा रहा है, जिसे शरीर में इम्पलांट करके सारे झंझट से छुटकारा पाया जा सकता है। इस बात की जानकारी फोर्टिस मोहाली के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ. अशोक गुप्ता ने पत्रकार वार्ता के दौरान दी।
उन्होंने कहा कि आज बहरेपन का इलाज संभव है। बशर्ते समय रहते अभिभावक इस तरफ ध्यान दें। बहरेपन से जूझ रहे अपने बच्चों का उपचार करवाएं। उन्होंने बताया कि वह अभी तक 400 से अधिक बच्चों की सफल कॉकलियर इम्पलांट सर्जरी कर चुके हैं। केंद्र सरकार ने बहरेपन से जूझ रहे लोगों के उपचार के लिए एडीआईपी के नाम से योजना की शुरूआत की है।
इस योजना के तहत पांच लाख तक के खर्चे को सरकार द्वारा वहन किया जाता है। यदि कोई बीपीएल परिवारों की श्रेणी में आता है तो उसका सारा खर्च सरकार ही देती है। अधिकतर लोगों को इसकी जानकारी न होने के कारण वह इस योजना का लाभ नहीं उठा पाते। उन्होंने बहरेपन से जूझ रहे लोगों से सरकार की इस योजना का पूरा लाभ उठाने का आहवान किया है।