नितेश सैनी/ सुंदरनगर
जाको राखे साइंया मार सके ना कोई यह कहाबत सुंदरनगर में उस समय साबित हुई जब चार घंटों की कड़ी मश्कत के बाद जगली जानवर सांभर को जिंदा बीएसएल नहर से निकाला गया ।
जानकारी के अनुसार यु हुआ की मंगलवार दोपहर को बीएसएल नहर सुंदरनगर में बग्गी की ओर से एक सांभर बहता हुआ आया।
स्थानीय युवाओं की नजर पड़ी तो बिना कोई देरी किए युवकों ने हौंसले का परिचय देते हुए चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद जान की परवाह किए बगैर सांभर को सकुशल बाहर निकाला। सांभर को नहर से बाहर निकालने में मौजूद युवा अनंत राम, पपू, विजय कुमार, रिंकू, श्याम लाल, दिनेश, पंकज,योगेश,विशाल त्यागी, व दिनेश त्यागी ने कहा कि सांभर को नहर से बाहर निकालने की कोशिश उनके द्वारा धनोटू से शुरू कर दी गई थी।
सांभर उन्हें बार-बार छकाता रहा और चार घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद टेल कंट्रोल गेट पर उस पर नियत्रंण पाकर बाहर निकाला गया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उनके द्वारा कई अन्य जानवरों को भी नहर से सकुशल बाहर निकाला गया है। वहीं सांभर को नहर में बहता हुआ देखकर लोगों का हजूम लग गया। घटना की सूचना मिलते ही बीएसएल फायर ब्रिगेड के जवान भी मौके पर पहुंच गए।