अभिषेक मिश्रा/बिलासपुर
जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान जुखाला में शिक्षण प्राप्त कर रहे डीएलएड प्रशिक्षुओ ने गुरूवार को डाईट जुखाला परिसर में एक बठक का आयोजन किया। डीएलएड प्रशिक्षुओ ने उच्च न्यायलय द्वारा बीएड धारको को जेबीटी पदों के लिए दी गई अस्थाई राहत देने का विरोध किया। डीएलएड प्रशिक्षुओ का कहना है कि उच्च न्यायलय द्वारा दी गई अस्थाई राहत बिलकुल गलत है। इससे डीएलएड प्रशिक्षुओ के भविष्य पर संकट है। उन्होंने कहा कि डीएलएड/जेबीटी टैट और टीजीटी टैट के विषयो में दिनरात का अंतर है।
डीएलएड/ जेबीटी के प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षु को प्राथमिक स्कूलों में पढाए जाने वाले पांच विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण के दौरान डीएलएड/ जेबीटी प्रशिक्षु की स्कूलों में टीचिंग प्रैक्टिस करवा कर उन्हें प्राथमिक स्कूलों में पढाए जाने के लिए सक्षम किया जाता है। जबकि बीएड प्रशिक्षण में केवल मात्र विशेष संकाय को पढ़ाने का ही प्रशिक्षण दिया जाता है। उनकी टीचिंग प्रैक्टिस भी मात्र उच्च विद्यालयों में करवाई जाती है। उन्हें प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने की कोई भी शिक्षा या अनुभव नही दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि बीएड धारको के पास जेबीटी पद पर पढ़ाने का न तो कोई अनुभव है और न ही कोई शिक्षा। इसलिए उच्च न्यायलय को इन पदों पर केवल योगता धारको को ही आवेदन करने की अनुमति दी जाए जोकि मात्र जेबीटी/डीएलएड धारक ही है। उन्होंने बताया की जेबीटी/डीएलएड धारक केवल मात्र जेबीटी पद के लिए ही आवेदन कर सकता है, जबकि बीएड धारक टीजीटी व पीजीटी के लिए आवेदन कर सकता है। जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षुओ ने कहा कि एनसीटीई ने वर्ष 2010 में जो अधिसूचना जारी की थी कि बीएड धारक जेबीटी के लिए आवेदन कर सकते है।
उसमे यह भी कहा गया था कि यह अधिसूचना मात्र उन राज्यों में लागू होगी जिन राज्यों में जेबीटी/डीएलएड धारक नही है। जबकि हिमाचल में आज भी हजारो जेबीटी / डीएलएड धारक बेरोजगार बैठे और हजारो लोग इस प्रशिक्षण को अभी कर रहे है। ऐसे में इस अधिसूचना को हिमाचल में लागू करना तर्क संगत नही है। उन्होंने उच्च न्यायालय से बीएड धारकों को जेबीटी के पद पर आवेदन करने की अस्थाई अनुमति को जल्द से जल्द रद्द करने की मांग की है।
अन्यथा पुरे प्रदेश भर में जेबीटी/डीएलएड धारक आन्दोलन का रास्ता अपनाने के लिए विवश होंगे। गुरूवार को जुखाला डाईट में संपन्न हुई बैठक में अनिश शर्मा , मुकेश कटवाल, देवेन्द्र शर्मा, सुमनलता, नेहा भारद्वाज, डिम्पल बामटा, गुरप्रीत, विवेक, प्रेमला, चमन लाल, दीपक शर्मा, कुशल ठाकुर, पूजा शर्मा, सुमन ठाकुर सहित लगभग 80 प्रशिक्षुओ ने भाग लिया।