वी कुमार/मंडी
पूर्व सीएम एवं सांसद शांता कुमार का कहना है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में योग और नैतिक शिक्षा को अनिवार्य किया जाना चाहिए। इस संदर्भ में शांता कुमार ने प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को सुझाव भी दिया है और उसपर गंभीरता से विचार करने को कहा है। शांता कुमार ने शनिवार को मंडी में दो दिवसीय कायाकल्प शिविर का शुभारंभ किया। शांता कुमार ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को दो प्रकार का नशा खत्म करता जा रहा है।
इसमें पहला नशा ड्रग्स का है और दूसरा मोबाईल का। इनकी लत हर युवा को पड़ती जा रही है और ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि स्कूलों में योग और नैतिक शिक्षा जैसे विषयों को शुरू किया जाए। शांता कुमार ने बताया कि उन्होंने कुछ सांसदों के साथ मिलकर देश के प्रधानमंत्री को भी यह सुझाव दिया है। उन्होंने बताया कि योग भारतीय संस्कृति की प्राचीन पद्दति है जोकि हमारे ऋषि मुनियों की देन है। शांता कुमार ने कहा कि पालमपुर में कायाकल्प के नाम से जिस अस्पताल की उन्होंने शुरूआत की है उसमें योग और मेडिटेशन से संबंधित हर सुविधा उपलब्ध है। उनके इस अस्पताल में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग यहां आ रहे हैं।
शांता कुमार ने दुख जताया कि हिमाचल प्रदेश के लोग ही इस सुविधा का लाभ नहीं उठा रहे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह एक बार पालमपुर स्थित कायाकल्प में जरूर जाएं और वहां मिल रही सुविधाओं का लाभ उठाएं। इससे न सिर्फ उन्हें शारीरिक स्वास्थ्य लाभ होगा बल्कि मानसिक शांति भी मिलेगी। इस मौके पर उनके साथ सांसद राम स्वरूप शर्मा, प्रदेश भाजपा सचिव प्रवीण शर्मा, जिलाध्यक्ष रणवीर सिंह, महिला मोर्चा एवं नगर परिषद की अध्यक्षा सुमन ठाकुर और सोच फाउंडेशन के अध्यक्ष राजा सिंह मल्होत्रा सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।