जीता सिंह नेगी/ रिकांगपिओ
पिछले तीन दिनों से रुक -रुक कर हो रही बर्फ़बारी आखिर पिछले मध्यरात्रि को थम गई। सोमवार को पूरे दिन धूप खिली रही। किसानो और बागवानों में भी इस बर्फ़बारी को लेकर खासी खुशी देखी जा रही है। जिला के रुशकलंग गांव के बागवान अमीर सिंह नेगी, कर्म सिंह नेगी, नीमा सींघे नेगी, टीसी नेगी, भूषण नेगी, निर्मल लामा, रत्न नेगी, तालिंग गांव के कर्मा नेगी, तंज़ीन नेगी, सूंदर नेगी का कहना है कि 3 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बर्फ़बारी जिला के बागवानों के बगीचों के लिए अमृतुल्य है।
इस बर्फ़बारी से सेब के बगीचों में चीलिंग ऑवर की समस्या से निजात मिलेगी। बागवानों ने बताया कि इस ताज़ा बर्फ़बारी से जिला के लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। बर्फ़बारी से किन्नौर में दूषित पर्यावरण भी स्वच्छ होगा। इस बर्फ़बारी से जिला मे पर्यटकों का हुजूम भी देखा गया। पर्यटन क्षेत्र साँगला, कल्पा, भावा वैली, रिकांगपिओ में भी पर्यटकों को बर्फ़बारी का आनंद लेते देखा गया। मौसम विभाग कल्पा के प्रभारी इंद्र शर्मा के अनुसार कल्पा में तापमान मिनिमम माइनस 8.6 और मैक्सिमम माइनस 3.6 रहा।
क्या कहते है उपायुक्त किन्नौर
डीसी किन्नौर गोपाल चंद ने कहा कि बर्फ़बारी के बाद जिला में कहीं से भी नुकसान की सूचना नही है। डीसी ने जिला के कल्पा और भावानगर लोकनिर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिया है कि सड़क कहीं भी अवरुद्ध हो तो तुरंत खोल दिया जाए, ताकि जनता को कोई परेशानी न उठाना पड़े। परिवहन निगम के आरएम रिकांगपिओ को आदेश दिया है कि मार्ग बहाल होते ही जिला के सभी रुट पर बसे चलाई जाए।
उधर अड्डा प्रभारी रिकांगपिओ गोपाल नेगी ने कहा कि परिवहन निगम रिकांगपिओ डिपू की बसें बर्फ़बारी के बाद अप्पर किन्नौर में लियो कैंची तक जा रही है।बर्फबारी के कारण कल्पा, बारंग, पूर्वनी, पांगी, रोपा, असरंग, लिप्पा, रोघी, रल्ली तथा ग्रामीण सड़को में बसों की आवाजाही बंद है। केवल रामपुर व शिमला की तरफ जाने वाली बसें वाया बसन्तपुर से जा रही है।