नितेश सैनी/सुंदरनगर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत मंडी जिला के उपायुक्त को स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने व स्कूलो में लडको और लडकियों के लिए अलग-अलग शौचालय बनाने का अवार्ड हासिल हुआ। लेकिन इस अवार्ड को एसडीएम कार्यालय बल्ह ग्रहण लगा रहा है। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के एसडीएम कार्यालय में तैनात प्रशासनिक अधिकारी ने मनमर्जी से परिसर में बने मात्र दो शौचालयों पर ताला जड़ दिया हैं। उपमंडलीय कार्यालय बल्ह उपमंडल की सबसे व्यस्त जगह है। प्रतिदिन यहां सैंकड़ों लोगों को अपने विभिन्न कार्यों को लेकर आना-जाना है।
आलम यह है कि शौचालयों पर ताला लटकने के कारण लोगों को कार्यालय के साथ खेतों व खुली जगहों में मजबूरन गंदगी फैलाते आम देखा जा सकता है। अधिवक्ता प्रेम सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि बल्ह में उपमंडलीय कार्यालय खुलने के बाद से यहां वकीलों का भी आना-जाना रहता है। उन्होंने कहा कि इस कार्यालय में प्रतिदिन सैंकड़ो लोग लाईसेंस, रिन्यू कार्यों और केसों से संबधित काम के लिए आते है। यहां पर आगंतुकों के साथ-साथ स्टाफ के लिए मात्र दो ही शौचालय मौजूद हैं। यहां पर बने इन दो शौचालयों में पिछले लगभग कई महीनों से ताले लटकने से मात्र शोपीस बन कर रह गए हैं। स्टाफ से बात की गई तो उन्होंने स्टाफ के उच्च अधिकारियों से बात करने को कहा।
उन्होंने कहा कि इस बारे में दूरभाष और सोशल मीडिया के माध्यम से डीसी मंडी को जानकारी दी गई। लेकिन आज दिन तक हालात जस के तस बने हुए हैं। इस बारे में जब एसडीएम बल्ह किशोरी लाल से दूरभाष के माध्यम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उपमंडलीय कार्यालय बल्ह के अहाते में बने दो शौचालय सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। यह एसडीएम ऑफिस पंचायत घर के भवन में चलाया जा रहा है। अगर इन दोनों शौचालयों को आमजन के लिए खोल दिया जाएगा तो यहां पर जीना मुश्किल हो जाएगा। जल्द ही नगर परिषद से बात कर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण करवाया जाएगा।